कुल्लू: उप तहसील सैंज की शेंशर ग्राम पंचायत के रहने वाले 4 बच्चों की जंगली फल खाने से तबीयत खराब हो गई. बच्चों ने झाड़ियों पर लगने वाले छोटे-छोटे फल खा लिए थे. फल जहरीला होने के कारण बच्चे बेहोश हो गए. घर ना पहुंचने पर परिजनों बच्चों की तलाश शुरू की. तलाश के दौरान बच्चे बेहोशी की हालत में पाए गए.
बच्चों को बेहोश देख परिजनों के होश उड़ गए. पड़ताल करने पर पता चला कि बच्चों ने जंगली फल खाएं हैं. परिजनों ने तुरंत बच्चों को सैंज अस्पताल पहुंचाया. जहां पर प्राथमिक उपचार देने के बाद उन्हें कुल्लू अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया. सैंज अस्पताल से 108 एम्बुलेंस के माध्यम से चारों बच्चों को कुल्लू अस्पताल पहुंचाया गया. अस्पताल में उपचार के बाद चारों बच्चों की हालत बेहतर बताई जा रही हैं.
बच्चो की पहचान पवन छह साल, गौरव आठ साल, नितेश छह साल, वंशु नौ साल के रूप में हुई है. वहीं, अस्पताल में कार्यरत बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर अजय ने बताया कि चारों बच्चों का इलाज चल रहा है. अब इनकी हालत पहले से काफी बेहतर बताई जा रही है. जल्द ही इन बच्चों को शिशु रोग वार्ड में शिफ्ट किया जाएगा.
गौर रहे कि इन दिनों जंगलों में कई प्रकार के फल लगे हुए हैं, लेकिन उनकी सही पहचान ना होने के चलते कई बार बच्चे इन्हें खा लेते हैं. इनमे कई फल जहरीले होते हैं. उल्टी, दस्त, बेहोशी इसके शुरूआती लक्ष्ण हैं. ये लक्ष्ण दिखते ही बच्चों से पूछताछ करें. इसके साथ ही बच्चे को तुरंत नजदीकी अस्पताल पहुंचाएं और डॉक्टर से इलाज करवाएं. समय पर इलाज ना मिलने के कारण बच्चे की जान को खतरा भी हो सकता है.