कुल्लू: जिला कुल्लू के मुख्यालय हनुमानी बाग में आखिर बेसहारा पशुओं की मौत के बाद अब वन विभाग जाग गया है. बीते दिनों तूफान के कारण टूटे पेड़ों को वन विभाग द्वारा काटने का काम शुरू किया गया है. इसके अलावा करीब दो दर्जन पेड़ों को भी चिन्हित किया गया है, जिन्हें अब आने वाले दिनों में काटा जाएगा. जिला कुल्लू में बीते दिनों से मौसम खराब चल रहा था और तेज तूफान के कारण कई पेड़ भी जड़ से उखड़ गए थे. ऐसे में हनुमानी बाग के गौ सदन में भी दो पेड़ टूटने के चलते दो बेसहारा पशुओं की मौत हो गई. जबकि चार अन्य पशु गंभीर रूप से घायल हुए. जिनका अब गौ सदन का संचालन कर रही कमेटी द्वारा इलाज किया जा रहा है.
वहीं, पेड़ गिरने के बारे में कमेटी के द्वारा वन विभाग को अवगत करवाया गया और विभाग के कर्मचारी गिरे हुए पेड़ों को काटने में जुट गए हैं. इसके अलावा कमेटी ने वन विभाग से आग्रह भी किया है कि जो भी पेड़ यहां पर खतरनाक हैं, उन्हें भी काटने की प्रक्रिया जल्द से जल्द पूरी की जानी चाहिए. महादेव देव भूमि गौ सदन कमेटी के संस्थापक रोहित राणा ने बताया कि इससे पहले भी कई बार वन विभाग के अधिकारियों को सूचित किया गया था कि यहां पर कई पेड़ ऐसे हैं, जो कभी भी खतरनाक साबित हो सकते हैं, लेकिन विभाग ने भी इस और कोई ध्यान नहीं दिया.
इन सबका नतीजा यह हुआ कि बीते दिनों तूफान के कारण दो पेड़ टूटकर गिर गए और दो बेसहारा पशुओं की मौत हो गई. ऐसे में अभी भी गौ सदन में बहुत से ऐसे पेड हैं, जिनसे आने वाले दिनों में बेसहारा पशुओं को खतरा हो सकता है. रोहित राणा ने वन विभाग के अधिकारियों से आग्रह किया कि उनके द्वारा जो भी पेड़ चिन्हित किए गए हैं. उन्हें काटने का कार्य जल्द से जल्द किया जाए, ताकि यहां पर बेसहारा पशुओं का नुकसान ना हो सके.
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