कुल्लू: हिमाचल प्रदेश में कोरोना संकट के कारण कई लोग आज घरों में बेरोजगार बैठे हुए हैं. आए दिन महंगाई भी बेरोजगार लोगों के लिए परेशानी बन रही है. प्रदेश में सस्ते राशन की दुकानों में भी खाद्य पदार्थों के दामों इजाफा होने से गरीब परिवारों को अब दिक्कतें उठानी पड़ रही है.
गरीब परिवार की बढ़ी परेशान
हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा बीते दिनों सस्ते राशन की दुकानों में दिए जाने वाले सरसों के तेल के दामों में काफी वृद्धि की गई है. इसके अलावा दालों व अन्य खाद्य पदार्थों पर भी 5 से लेकर 10 रुपये तक की बढ़ोतरी की गई है. जिससे सस्ते राशन की दुकानों पर मिलने वाले सामान पर निर्भर रहने वाले गरीब परिवार अब परेशान हो गए हैं.
सरसों तेल के दामों में हुई बढ़ोतरी
कुल्लू में भी खाद्य पदार्थों के दामों में हुई बढ़ोतरी से जनता अब सरकार से नाराज दिख रही है. कुल्लू के ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोगों का कहना है कि अब सस्ते राशन की दुकानों में मिलने वाले सामान व बाजार की दुकानों में मिलने वाले सामान के दाम बराबर हैं. सरसों के तेल के दामों में भी अचानक इतनी वृद्धि करना तर्क संगत नहीं है.
परिवार का पालन पोषण करना हुआ मुश्किल
स्थानीय निवासी राजकुमार और संजय कपूर का कहना है कि पहले सस्ते राशन की दुकानों में जनता को कम दामों में उचित मात्रा में राशन उपलब्ध हो जाता था. गरीब परिवार का गुजारा भी उससे अच्छी तरीके से चल रहा था. कोरोना संकट के बीच खाद्य पदार्थों के दामों में वृद्धि होने से बेरोजगार लोगों को अपना परिवार चलाने में खासी दिक्कतें उठानी पड़ेगी.
सरकार गरीब जनता पर डाल रही बोझ
उनका कहना है कि सरकार को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि कोरोना संकट के चलते कई लोगों का रोजगार छिन गया है. ऐसे में सस्ते राशन की दुकानों में खाद्य पदार्थों की कीमतों को बढ़ाकर सरकार गरीब जनता पर बोझ डाल रही है.
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