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अधर में लटका भुंतर हवाई अड्डे का विस्तार, सांसद रामस्वरूप शर्मा ने कही ये बात

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Published : Oct 23, 2019, 7:33 PM IST

प्रसिद्ध पर्यटन स्थल कुल्लू-मनाली व लाहुल-स्पीति के लिए अहम भुंतर एयरपोर्ट की पट्टी विस्तार का मामला फाइलों से आगे नहीं बढ़ पाया है. बता दें कि कुल्लू में हर साल 40 लाख पर्यटक जिला के टूरिस्ट प्लेस का दीदार करने आते हैं.

भूंतर हवाई अड्डे

कुल्लू: प्रसिद्ध पर्यटन स्थल कुल्लू-मनाली व लाहौल-स्पीति के लिए अहम भुंतर एयरपोर्ट की पट्टी विस्तार का मामला फाइलों से आगे नहीं बढ़ पाया है. बता दें कि कुल्लू में हर साल 40 लाख पर्यटक जिला के टूरिस्ट प्लेस का दीदार करने आते हैं, लेकिन बावजूद इसके भूंतर एयरपोर्ट विकास की राह ताक रहा है.

बता दें कि10 साल में 40 लाख पर्यटक सड़क व हवाई मार्ग से कुल्लू पहुंचते हैं, लेकिन बड़ा जहाज न होने के कारण ए-क्लास टूरिस्ट यहां आने से परहेज करते हैं. वर्तमान में फोरलेन का काम चल रहा है और अन्य क्षेत्रों की बदहाल सड़कों के कारण एक गलत संदेश पर्यटकों तक पहुंचता है.

वीडियो.

70 सीटर हवाई जहाज को उतरने के लिए लगभग डेढ़ किलोमीटर की हवाई पट्टी नियमों के अनुसार होना जरूरी होती है, लेकिन भुंतर हवाई अड्डे की पट्टी 1064 मीटर है. ऐसे में इसके 600 मीटर तक बढ़ाने की योजना है.

600 मीटर पट्टी बढ़ाने से भुंतर एयरपोर्ट आने वाले 70 सीटर हवाई जहाज की सभी सीटें भरी जानी थी और किराया भी कम होना था. इसको बढ़ाने के लिए लगभग 350 करोड़ का खर्च आना है. साथ ही प्रशासन इस बार बिना ब्यास नदी के बहाव को मोड़ने या पट्टी को मोड़ने की योजना बना रहा है.

मंडी सांसद राम स्वरूप शर्मा ने बताया कि हवाई पट्टी के विस्तार का मामला केंद्र सरकार के पास विचाराधीन है और वो खुद इस मामले को उठा चुके हैं. उन्होंने बताया कि जल्द दोबारा केंद्रीय मंत्रियों से चर्चा की जाएगी और हवाई अड्डे का विस्तार किया जाएगा.

कुल्लू: प्रसिद्ध पर्यटन स्थल कुल्लू-मनाली व लाहौल-स्पीति के लिए अहम भुंतर एयरपोर्ट की पट्टी विस्तार का मामला फाइलों से आगे नहीं बढ़ पाया है. बता दें कि कुल्लू में हर साल 40 लाख पर्यटक जिला के टूरिस्ट प्लेस का दीदार करने आते हैं, लेकिन बावजूद इसके भूंतर एयरपोर्ट विकास की राह ताक रहा है.

बता दें कि10 साल में 40 लाख पर्यटक सड़क व हवाई मार्ग से कुल्लू पहुंचते हैं, लेकिन बड़ा जहाज न होने के कारण ए-क्लास टूरिस्ट यहां आने से परहेज करते हैं. वर्तमान में फोरलेन का काम चल रहा है और अन्य क्षेत्रों की बदहाल सड़कों के कारण एक गलत संदेश पर्यटकों तक पहुंचता है.

वीडियो.

70 सीटर हवाई जहाज को उतरने के लिए लगभग डेढ़ किलोमीटर की हवाई पट्टी नियमों के अनुसार होना जरूरी होती है, लेकिन भुंतर हवाई अड्डे की पट्टी 1064 मीटर है. ऐसे में इसके 600 मीटर तक बढ़ाने की योजना है.

600 मीटर पट्टी बढ़ाने से भुंतर एयरपोर्ट आने वाले 70 सीटर हवाई जहाज की सभी सीटें भरी जानी थी और किराया भी कम होना था. इसको बढ़ाने के लिए लगभग 350 करोड़ का खर्च आना है. साथ ही प्रशासन इस बार बिना ब्यास नदी के बहाव को मोड़ने या पट्टी को मोड़ने की योजना बना रहा है.

मंडी सांसद राम स्वरूप शर्मा ने बताया कि हवाई पट्टी के विस्तार का मामला केंद्र सरकार के पास विचाराधीन है और वो खुद इस मामले को उठा चुके हैं. उन्होंने बताया कि जल्द दोबारा केंद्रीय मंत्रियों से चर्चा की जाएगी और हवाई अड्डे का विस्तार किया जाएगा.

Intro:अधर में लटका कुल्लू मनाली हवाई अड्डे का विस्तारBody:
प्रसिद्ध पर्यटन स्थल कुल्लू-मनाली व लाहुल-स्पीति के लिए अहम भुंतर एयरपोर्ट की पट्टी के विस्तार का मामला फाइलों से आगे नहीं बढ़ पाया है। प्रदेश सरकार में कुल्लू व लाहुल-स्पीति जिलों से दो मंत्री व मंडी संसदीय क्षेत्र से भाजपा का सांसद होने के बावजूद भुंतर एयरपोर्ट के दिन नहीं फिरे। एयरपोर्ट के विस्तार के लिए सर्वेक्षण तो कई किए गए, लेकिन मामला कागजी कार्रवाई से आगे नहीं बढ़ पाया है। हजारों पर्यटक हर वर्ष यहां पहुंचते हैं। अगर इस एयरपोर्ट का विस्तार होता है तो इससे यहां पर बड़ा हवाई जहाज उतरेगा जिससे ए-क्लास पर्यटकों के कुल्लू-मनाली आने की संख्या में भी बढ़ोतरी होगी।

10 साल में 38 से 40 लाख पर्यटक सड़क व हवाई मार्ग से कुल्लू पहुंचे हैं, लेकिन बड़ा जहाज न होने के कारण ए-क्लास टूरिस्ट यहां आने से परहेज करते हैं। वर्तमान में फोरलेन का काम चल रहा है और अन्य क्षेत्रों की बदहाल सड़कों के कारण एक गलत संदेश लोगों में जाता है।70 सीटर हवाई जहाज को उतरने के लिए लगभग डेढ़ किलोमीटर की हवाई पट्टी नियमों के अनुसार होना जरूरी होती है, लेकिन भुंतर हवाई अड्डे की पट्टी 1064 मीटर है। ऐसे में इसके 600 मीटर तक बढ़ाने की योजना है। अड्डे की विस्तार का मामला समय-समय पर नेताओं ने उठाया और इसके लिए दावे भी खूब किए गए लेकिन आज दिन यह दावे केवल कागजी ही साबित हो रहे हैं। पहले भी प्रदेश सरकार के बड़े अधिकारियों ने यहां का निरीक्षण किया तथा इस हवाई अड्डे के विस्तार के लिए चर्चाएं तेज हुईं, लेकिन अब तक मामला सिरे नहीं चढ़ पाया है। ऐसे में सांसदों और मंत्रियों के दावे केवल जमीनी हकीकतों से दूर ही नजर आ रहे हैं।

बॉक्स

350 करोड़ का है खर्च, बने तो किराया होगा कम

अगर 600 मीटर पट्टी बढ़ाने से भुंतर एयरपोर्ट आने वाले 70 सीटर हवाई जहाज की सभी सीटें भरी हुई आनी थी और किराया भी कम होना था। इसको बढ़ाने के लिए लगभग 350 करोड़ का खर्च आना है। साथ ही प्रशासन इस बार इस बार बिना ब्यास नदी के बहाव को मोड़ने या पट्टी को मोड़ने की योजना बना रहा है। इसके लिए भी बात सर्वेक्षण पर अटकी हुई है।

Conclusion:बॉक्स

वहीं, सांसद राम स्वरूप शर्मा का कहना है कि हवाई पट्टी के विस्तार का मामला केंद्र सरकार के समक्ष विचाराधीन है और वे स्वयं भी इस मामले को उठा चुके है। जल्द दोबारा केंद्रीय मंत्रियों से चर्चा की जाएगी और हवाई अड्डे का विस्तार किया जाएगा।
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