कुल्लू: नशे की लत छोड़ चुके युवाओं ने जिला अस्पताल कुल्लू में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया. युवाओं ने क्षेत्र अस्पताल में विभिन्न प्रकार की कलाकृतियों की प्रदर्शनी लगाई. वहीं, नशे की चपेट में आए युवाओं के लिए भी उन्होंने एक नई सीख दी.
बुधवार को जिला अस्पताल के सेमिनार हॉल में युवाओं ने ये प्रदर्शनी लगाई जिसमें नशा छोड़ चुके युवाओं ने पेंटिंग सहित अन्य कलाकृतियों का प्रदर्शन किया. इस दौरान कुल्लू अस्पताल के नशा निवारण केंद्र से नशा छोड़ चुके युवक अजय ने कहा कि गलत संगत की वजह से वह नशे के जाल में फंस गया था, लेकिन जिला अस्पताल कुल्लू के नशा निवारण केंद्र में आकर डॉक्टर की सलाह के बाद वह नशे के चंगुल से बाहर निकल चुका है और अपनी छुपी हुई प्रतिभा को भी पहचान चुका है.
अजय ने कहा कि नशे के चंगुल से बाहर लाने में उसके परिवार और जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने काफी योगदान दिया है. नशे के चक्कर से बाहर आने के बाद वह अपने पुराने शौक पेंटिंग को करने लगा है. अजय ने युवाओं को भी नशे से दूर रहने की सलाह दी.
इस बारे में नशा निवारण केंद्र के प्रभारी डॉ. सत्यव्रत वैद्य ने बताया कि पुनर्वास और रोजगार कार्यक्रम के तहत अस्पताल से निकले युवाओं को वापस मुख्यधारा में लाने के लिए ये कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है. ताकि नशा छोड़ चुके युवक अपना जीवन यापन कर सकें. नशा छोड़ चुके युवाओं के साथ घर पर भी संपर्क किया जाता है. अभी तक कुल्लू अस्पताल में 1200 युवा नशे की लत से बचने के लिए अपना उपचार करवा चुके हैं जिसमें 70 प्रतिशत युवा नशा छोड़ समाज की मुख्यधारा में वापस आ चुके हैं.
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