कुल्लू: शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने जारी एक प्रेस बयान में कहा कि प्रदेश की जयराम सरकार ने कोरोना के भीषण संकट काल में राज्य के सभी वर्गों के हितों का ख्याल रखा है. उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर समाज के सभी वर्गों की सुरक्षा, स्वास्थ्य एवं जीवन-यापन को लेकर घर के मुखिया की तरह संवेदनशील रहते हैं जिसका परिणाम है कि कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज, टीकाकरण से लेकर घर-घर कोरोना किट पहुंचाने की वो व्यक्तिगत निगरानी कर रहे हैं.
40 करोड़ रुपये की राहत प्रदान
गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि हिमाचल मंत्रिमंडल की 11 जून को हुई बैठक में लगभग 40 करोड़ रुपये की राहत प्रदान की है, जिसके अंतर्गत स्टेज कैरिज ऑपरेटरों के लिए कार्यशील पूंजी पर ब्याज अनुदान योजना शामिल है. इसके तहत प्रति बस 2 लाख रुपए की ऋण राशि और अधिकतम 20 लाख रुपए तक की ऋण राशि बस ऑपरेटरों को कार्यशील पूंजी के रूप में प्रदान की जाएगी.
ऋण की अवधि 5 वर्ष के लिए होगी, जिसमें एक वर्ष अधिस्थगन अवधि का होगा. इसके अन्तर्गत 75 प्रतिशत ब्याज अनुदान रहेगा, जिसका भुगतान राज्य सरकार द्वारा किया जाएगा. दूसरे वर्ष में ब्याज पर 50 प्रतिशत का ब्याज अनुदान दिया जाएगा, जो राज्य सरकार द्वारा वहन किया जाएगा. इस योजना पर सरकार की ओर से करीब 11 करोड़ रुपए की राहत प्रदान की गई है.
रोड टैक्स और टोकन के भुगतान पर राहत
शिक्षा मंत्री ने कहा कि हिमाचल मंत्रिमंडल ने स्टेज कैरिज, टैक्सी, ऑटो-रिक्शा और इंस्टीट्यूशन बसों को भी आवश्यक राहत प्रदान प्रदान करते हुए 1 अगस्त, 2020 से 31 मार्च, 2021 तक विशेष रोड टैक्स और टोकन के भुगतान पर 50 प्रतिशत की राहत दी है. परिवहन क्षेत्र को इस निर्णय से लगभग 20 करोड़ रुपए की राहत मिलेगी. बैठक में 1 अप्रैल, 2021 से 30 जून, 2021 तक तीन महीने की अवधि के दौरान स्पेशल रोड टैक्स और टोकन टैक्स पर 50 प्रतिशत राहत प्रदान करने का भी निर्णय लिया गया है. इस निर्णय से स्टेज कैरिज, टैक्सी, मैक्सी, ऑटो-रिक्शा, कॉन्ट्रेक्ट कैरिज बसें और संस्थानों की बसों को 8 करोड़ रुपये की राहत मिलेगी.
ब्याज अनुदान के लिए योजना में किया जाएगा संशोधन
गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि प्रदेश की आर्थिकी में महत्वपूर्ण योगदान देने वाला पर्यटन क्षेत्र भी इस महामारी से बुरी तरह प्रभावित हुआ है. लोगों के उद्यम के साथ रोजगार पर भी विपरीत प्रभाव पड़ा है, जिसे समझते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा बैठक के दौरान पर्यटन उद्योग के लिए कार्यशील पूंजी ऋण पर ब्याज अनुदान के लिए योजना में संशोधन को स्वीकृति प्रदान की गई.
संशोधित योजना के तहत प्रथम वर्ष में 75 प्रतिशत ब्याज अनुदान और पांच वर्षों तक भुगतान अवधि बढ़ाने का प्रावधान किया गया है. इस नवीन योजना में रोपवे और ट्रैवल एजेंट जैसी अन्य श्रेणियों को भी शामिल किया गया है. गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि इस योजना में संशोधन से इसका लाभ अधिक संख्या में व्यवसायियों तक पहुंचेगा, उन्होंने कहा कि पिछले साल सरकार द्वारा पर्यटन उद्योग के लिए ब्याज अनुदान की योजना घोषित की गई थी, जिससे अकेले कुल्लू जिला के होटल कारोबारियों को दो करोड़ से अधिक की सहायता प्रदान की गई थी.
गोविंद ठाकुर ने केंद्र सरकार का जताया आभार
गोविंद सिंह ठाकुर ने केंद्र सरकार का खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत दीपावली तक 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन प्रदान करने के लिए भी धन्यवाद व्यक्त किया. इसके साथ ही कोविड-19 की लड़ाई में प्रयुक्त दवाओं एवं उपकरणों पर जीएसटी की दर शून्य से पांच प्रतिशत और एम्बुलेंस पर यह दर 28 प्रतिशत से घटाकर 12 प्रतिशत करने के लिए आभार व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि सरकार के इस निर्णय से देश को इस महामारी के विरुद्ध लड़ने के अधिक साधन उपलब्ध होंगे और देश इस संकट से बाहर निकलेगा.
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