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खाद्य सुरक्षा योजना में जिला में 1,80,362 लाभार्थी चयनित: डॉ. ऋचा वर्मा - कुल्लू लेटेस्ट न्यूज

कुल्लू जिला में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा के अंतर्गत 1,80,362 लाभार्थियों को चयन करके इन्हें सस्ता राशन प्रदान किया जा रहा है. यह जानकारी उपायुक्त डॉ. ऋचा वर्मा ने मंगलवार को आयोजित जिला स्तरीय सतर्कता समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी.

Dr. Richa Verma News, डॉ. ऋचा वर्मा न्यूज
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Published : Mar 16, 2021, 4:58 PM IST

कुल्लू: जिला में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा के अंतर्गत 1,80,362 लाभार्थियों को चयन करके इन्हें सस्ता राशन प्रदान किया जा रहा है. यह जानकारी उपायुक्त डॉ. ऋचा वर्मा ने मंगलवार को आयोजित जिला स्तरीय सतर्कता समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी.

उन्होंने कहा कि जिला के लिए इस योजना के तहत 2,34,926 लाभार्थियों के चयन का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. जिसमें ग्रामीण क्षेत्रों से 2,22,140 व शहरी क्षेत्रों से 12784 लाभार्थी चयनित किए जाने हैं. अभी कुल 54565 लाभार्थियों का चयन किया जाना शेष है. उपायुक्त ने इसके लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए.

राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना में अन्तोदय अन्न योजना के तहत लाभार्थियों को 3.20 रुपये प्रति किलो की दर से गंदम आटा, जबकि तीन रुपये की दर से हर महीने चावल का कोटा उपलब्ध करवाया जा रहा है. प्राथमिक गृहस्थियों को भी इसी दर से 2.800 किलोग्राम आटा प्रति व्यक्ति प्रतिमाह, जबकि दो किलोग्राम चावल उपलब्ध करवा जा रहे हैं.

योजना के तहत दिसम्बर 2020 से फरवरी 2021 तक जिला में कुल 1675 मीट्रिक टन चावल तथा 1234 मीट्रिक टन गंदम आटा लाभार्थियों में वितरित किया गया. बैठक में अवगत करवाया गया कि 1095 आंगनवाड़ियों के माध्यम से 29449 बच्चों व 5797 माताओं को पोषाहार उपलब्ध करवाया गया है.

'बच्चों को निर्धारित राशन मिलना सुनिश्चित किया जाना चाहिए'

मिड-डे-मील योजना के तहत प्राईमरी स्तर के 21401 बच्चों को चालु वित वर्ष के दौरान 5226 क्विंटल चावल, जबकि अप्पर प्राईमरी के 15075 बच्चों को 5237 क्विंटल चावल उपलब्ध करवाए गए हैं. उपायुक्त ने कहा कि सभी बच्चों को निर्धारित राशन मिलना सुनिश्चित किया जाना चाहिए.

खाद्य व आपूर्ति नियंत्रक पुरूषोत्तम ने कहा कि जिला में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के अंतर्गत चलाई जा रही राजीव गांधी अन्न योजना में वितरित किए जा रहे खाद्याान्नों की निर्धारित मात्रा अथवा इसकी गुणवत्ता को लेकर किसी प्रकार की शिकायत प्राप्त नहीं हुई है.

उन्होंने कहा कि समय-समय पर खाद्यान्नों की गुणवत्ता की जांच की जा रही है. उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत स्तर पर, शहरी निकायों और विकास खण्ड स्तर पर सतर्कता समितियों का गठन किया गया है, ताकि योजना का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित बनाया जा सके.

ये भी पढ़ें- हिमाचल में अटल आदर्श विद्यालय योजना का हाल-बेहाल, 3 साल में बनने थे 25, सिर्फ 3 जगह शुरू हुआ कार्य

कुल्लू: जिला में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा के अंतर्गत 1,80,362 लाभार्थियों को चयन करके इन्हें सस्ता राशन प्रदान किया जा रहा है. यह जानकारी उपायुक्त डॉ. ऋचा वर्मा ने मंगलवार को आयोजित जिला स्तरीय सतर्कता समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी.

उन्होंने कहा कि जिला के लिए इस योजना के तहत 2,34,926 लाभार्थियों के चयन का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. जिसमें ग्रामीण क्षेत्रों से 2,22,140 व शहरी क्षेत्रों से 12784 लाभार्थी चयनित किए जाने हैं. अभी कुल 54565 लाभार्थियों का चयन किया जाना शेष है. उपायुक्त ने इसके लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए.

राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना में अन्तोदय अन्न योजना के तहत लाभार्थियों को 3.20 रुपये प्रति किलो की दर से गंदम आटा, जबकि तीन रुपये की दर से हर महीने चावल का कोटा उपलब्ध करवाया जा रहा है. प्राथमिक गृहस्थियों को भी इसी दर से 2.800 किलोग्राम आटा प्रति व्यक्ति प्रतिमाह, जबकि दो किलोग्राम चावल उपलब्ध करवा जा रहे हैं.

योजना के तहत दिसम्बर 2020 से फरवरी 2021 तक जिला में कुल 1675 मीट्रिक टन चावल तथा 1234 मीट्रिक टन गंदम आटा लाभार्थियों में वितरित किया गया. बैठक में अवगत करवाया गया कि 1095 आंगनवाड़ियों के माध्यम से 29449 बच्चों व 5797 माताओं को पोषाहार उपलब्ध करवाया गया है.

'बच्चों को निर्धारित राशन मिलना सुनिश्चित किया जाना चाहिए'

मिड-डे-मील योजना के तहत प्राईमरी स्तर के 21401 बच्चों को चालु वित वर्ष के दौरान 5226 क्विंटल चावल, जबकि अप्पर प्राईमरी के 15075 बच्चों को 5237 क्विंटल चावल उपलब्ध करवाए गए हैं. उपायुक्त ने कहा कि सभी बच्चों को निर्धारित राशन मिलना सुनिश्चित किया जाना चाहिए.

खाद्य व आपूर्ति नियंत्रक पुरूषोत्तम ने कहा कि जिला में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के अंतर्गत चलाई जा रही राजीव गांधी अन्न योजना में वितरित किए जा रहे खाद्याान्नों की निर्धारित मात्रा अथवा इसकी गुणवत्ता को लेकर किसी प्रकार की शिकायत प्राप्त नहीं हुई है.

उन्होंने कहा कि समय-समय पर खाद्यान्नों की गुणवत्ता की जांच की जा रही है. उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत स्तर पर, शहरी निकायों और विकास खण्ड स्तर पर सतर्कता समितियों का गठन किया गया है, ताकि योजना का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित बनाया जा सके.

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