कुल्लू: भारत ने सामरिक महत्व के मनाली-लेह मार्ग से चीन को करारा जवाब देने के लिए पूरी तैयारी कर ली है. बॉर्डर से सटे इलाकों में सड़कों और पुलों का निर्माण कर सामरिक लिहाज से कई बड़ी परियोजनाओं को धरातल पर उतारने की कवायद तेज हो गई है.
इसी कड़ी में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह 2 अक्टूबर को मनाली-लेह सामरिक मार्ग पर बने 3 पुलों का उद्घाटन करेंगे. इसके लिए वह खुद मनाली पहुंच रहे हैं. तीन पुलों के उद्घाटन में मनाली-लेह मार्ग पर बना प्रदेश का सबसे लंबा 360 मीटर दारचा पुल भी शामिल है.
बीआरओ के सूत्रों का कहना है कि मोदी के मनाली दौरे से 1 दिन पहले राजनाथ सिंह मनाली के साथ पलचान, नॉर्थ पोर्टल में चंद्रा ब्रिज और चंद्रा नदी पर बने दारचा पुल का उद्घाटन करेंगे.
अटल टनल रोहतांग के नॉर्थ पोर्टल में चंद्रा नदी पर 100 मीटर लंबे पुल को बीआरओ ने रिकॉर्ड दर्ज कर डेढ़ महीने में लांच किया था, जबकि केलांग से करीब 32 किलोमीटर आगे दारचा में बना 360 मीटर लंबा पुल 467 किमी लंबे मनाली-लेह सड़क पर सबसे लंबा पुल है.
मंत्री डॉ. रामलाल मारकंडा ने कहा कि अब रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह खुद मनाली पहुंच रहे हैं. उन्होंने कहा कि वह मनाली-लेह मार्ग पर बने तीनों पुलों को उद्घाटन करेंगे. बता दें कि पिछले सप्ताह रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पलचान और दारचा पुल का उद्घाटन करना था, लेकिम केंद्रीय रेल राज्य मंत्री सुरेश अंगड़ी के निधन के कारण कार्यक्रम टल गया था.
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