कुल्लू: उपायुक्त आशुतोष गर्ग ने आम जनमानस से सरकार की नीतियों, कार्यक्रमों व योजनाओं के बारे में जागरूक बनने की अपील (DC inspected Kullu carnival) की है. कुल्लू कार्निवल के मौके पर ऐतिहासिल ढालपुर मैदान में विभिन्न विभागों द्वारा स्थापित प्रदर्शनियों का निरीक्षण (exhibitions in Kullu carnival) करने के बाद डीसी ने यह बात कही. उन्होंने कहा कि विभागों ने सरकार की योजनाओं को दर्शाती प्रदर्शनियां लगाई हैं जो लोगों के लिये बहुत उपयोगी साबित हो सकती हैं.
उन्होंने कहा कि कई बार जागरूकता के अभाव में पात्र व्यक्ति भी सरकार की योजनाओं के लाभ से वंचित रह जाता है. इसके लिये जरूरी है कि विभागीय स्टॉलों में जाकर अधिकारियों व कर्मचारियों से योजनाओं का लाभ प्राप्त करने की जानकारी हासिल करें. आशुतोष गर्ग ने प्रत्येक विभाग के स्टॉल का अधिकारियों सहित बारीकी के साथ निरीक्षण किया और जनता के लिये उपलब्ध जागरूकता सामग्री का अवलोकन किया.
कृषि विभाग की प्रदर्शनी में प्राकृतिक खेती अपनाने के बारे में लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया गया है. उपायुक्त ने कहा कि औपचारिक तौर पर जिला में लगभग 9000 किसानों ने प्राकृतिक खेती को अपनाया है. नकदी फसलें बेचने पर प्राकृतिक उत्पादों की दो से तीन गुणा कीमत किसानों को मिलती है. उपायुक्त ने स्वास्थ्य विभाग के स्टॉल का निरीक्षण करते हुए कहा कि डेढ़ लाख रुपये सालाना आय से कम वाले ऐसे व्यक्ति जो पार्किसंस, कैंसर, मस्कूलर डिस्ट्रॉफी, थैलीसिमिया, हिमोफिलिया या फिर गुर्दे की विफलता से स्थायी रूप से बीमार है, उन्हें हर महीन 3000 रुपये की मासिक वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है.
इसी प्रकार, हिमकेयर योजना में पांच व्यक्तियों के एक परिवार के लिये सालाना 5 लाख रुपये तक की मुफ्त उपचार की सुविधा है. उन्होंने लोगों से हिमकेयर योजना में पंजीकरण करवाने की अपील की. आशुतोष गर्ग ने बागवानी विभाग, जिला ग्रामीण विकास अभिकरण, पशुपालन, बाल विकास परियोजना, जिला कल्याण, हिमालयन नेचर पार्क, कौशल विकास निगम तथा कला, भाषा एवं संस्कृति विभागों की प्रदर्शनियों का भी अवलोकन किया.
उपायुक्त ने कुल्लू कार्निवल की जिला में शुरुआत के लिये मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि सरकार ने कार्निवल के आयोजन के लिये धनराशि उपलब्ध करवाई है. इसके साथ ही उन्होंने भारत सरकार के वस्त्र मंत्रालय के तहत आयुक्त हस्तशिल्प का भी आभार जताया जिन्होंने ढालपुर मैदान में शिल्प बाजार के आयोजन के लिये आर्थिक सहायता प्रदान की है.
आशुतोष गर्ग ने कहा कि कार्निवल के आयोजन का उद्देश्य शिल्पकारों, दस्तकारों व हस्त कारीगरों के लिये एक उपयुक्त मंच उपलब्ध करवाना है, जहां वे अपने उत्पादों को बेच सकें और साथ ही इनकी पहचान जिला व प्रदेश के बाहर भी हो सके. इसी प्रकार, कार्निवल के दौरान आठ सांस्कृतिक संध्याओं का आयोजन किया गया है, जिनमें केवल हिमाचली लोक कलाकारों (Himachali Folk Artists) को मौका प्रदान किया गया है. उन्होंने कहा कि कार्निवल पूरी तरह से सफल प्रयोग रहा है और आने वाले सालों में इसका स्वरूप औरे अधिक व्यापक हो सकता है.
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