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बिजली महादेव की पहाड़ियों पर आई दरारें, घाटी वासियों ने कहा: देवता हुए रुष्ट, माता दशमी वारदा ने दी थी चेतावनी

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Published : Jul 19, 2023, 2:45 PM IST

कुल्लू जिले में भारी बारिश के बाद आई तबाही के कारण जनजीवन पूरी तरह से अस्त व्यस्त है. खराहल घाटी में पिछले दिनों बादल फटने से भारी तबाही हुई. बिजली महादेव की पहाड़ियों में दरारें आने से लोगों ने इसे दैवीय प्रकोप करार दिया है. (Cracks on Bijli Mahadev Hills in Kullu)

Cracks on Bijli Mahadev Hills in Kullu.
कुल्लू में बिजली महादेव की पहाड़ियों पर आई दरारें.

कुल्लू: जिला कुल्लू में बीते दिनों बादल फटने पर ब्यास नदी में आई बाढ़ के चलते जहां करोड़ों रुपए की संपत्ति नष्ट हो गई है. वहीं, बताया जा रहा है कि इस आपदा में 20 से अधिक लोगों की भी इसमें जान चली गई. इस प्राकृतिक आपदा में जहां कई लोग बेघर हो गए तो वहीं, कई लोगों का रोजगार भी छिन गया. ऐसे में अब इस प्राकृतिक आपदा से बचाव के लिए लोग देवी-देवताओं की शरण में भी जा रहे हैं.

'घाटी के देवी-देवाता हुए रुष्ठ': वहीं, कुल्लू की खराहल घाटी के लोग भी अब इस आपदा को दैवीय प्रकोप मान रहे हैं. जानकारी के मुताबिक बीते दिनों भी उझी घाटी के काइस में माता दशमी वारदा के सम्मान में मेला मनाया गया था. इस दौरान उस मेले में भी माता ने अपने गुर के माध्यम से कहा था कि घाटी में देवी देवता नाराज चल रहे हैं. बिजली महादेव भी घाटी के लोगों से रुष्ट हैं. ऐसे में सभी लोग बिजली महादेव व अन्य देवी देवताओं को मनाने की कोशिश करें, ताकि प्राकृतिक आपदा से बचाव हो सके. ऐसे में अब बीते दिनों हुई प्राकृतिक आपदा को स्थानीय लोग देव प्रकोप से भी जोड़ रहे हैं.

Cracks on Bijli Mahadev Hills in Kullu.
कुल्लू में बिजली महादेव पहाड़ी पर दरारें.

बिजली महादेव पहाड़ी में आई दरारें: प्राप्त जानकारी के अनुसार, जिले में घटी प्राकृतिक आपदा में बिजली महादेव मंदिर के नीचे पहाड़ी में भी बड़ी-बड़ी दरारें आ गई हैं. बीते दिनों ही बिजली महादेव मंदिर से टावर और टेंट को हटाने के लिए भी ग्रामीणों का एक प्रतिनिधिमंडल डीसी कुल्लू आशुतोष गर्ग से मिला था. इस दौरान उन्होंने डीसी को ज्ञापन सौंपा और कहा कि पहले भी देवता यहां से टेंट और टावर को हटाने की बात कह चुके हैं. अब बिजली महादेव मंदिर के साथ लगती पहाड़ी में काफी बड़ी-बड़ी दरारें आ गई हैं. ऐसे में देव आदेश को मानना काफी जरूरी है. वरना आने वाले दिनों में कोई बड़ी दुर्घटना हो सकती है.

'देवी देवताओं का प्रकोप घाटी की आपदा': स्थानीय निवासी हेमराज शर्मा का कहना है कि उन्होंने डीसी को ज्ञापन सौंपा और मांग रखी है कि जल्द से जल्द यहां पर लगे टावर को हटाया जाए, ताकि घाटी में किसी भी प्रकार का दैवीय प्रकोप लोगों को ना झेलना पड़े. बीते दिनों जिला कुल्लू में आई आपदा में लोगों का पहले ही काफी नुकसान हुआ है. अब सभी लोग मिलकर खराहल घाटी के देवी देवताओं को मनाने का प्रयास कर रहे हैं, ताकि इस तरह की घटना दोबारा ना हो और बिजली महादेव और सभी देवी-देवता खराहल घाटी की रक्षा करें.

ये भी पढ़ें: Cloud Burst in Kullu: खराहल घाटी में फटा बादल, घरों में घुसा पानी, कई वाहन भी बहे, एक की मौत, 2 घायल

कुल्लू: जिला कुल्लू में बीते दिनों बादल फटने पर ब्यास नदी में आई बाढ़ के चलते जहां करोड़ों रुपए की संपत्ति नष्ट हो गई है. वहीं, बताया जा रहा है कि इस आपदा में 20 से अधिक लोगों की भी इसमें जान चली गई. इस प्राकृतिक आपदा में जहां कई लोग बेघर हो गए तो वहीं, कई लोगों का रोजगार भी छिन गया. ऐसे में अब इस प्राकृतिक आपदा से बचाव के लिए लोग देवी-देवताओं की शरण में भी जा रहे हैं.

'घाटी के देवी-देवाता हुए रुष्ठ': वहीं, कुल्लू की खराहल घाटी के लोग भी अब इस आपदा को दैवीय प्रकोप मान रहे हैं. जानकारी के मुताबिक बीते दिनों भी उझी घाटी के काइस में माता दशमी वारदा के सम्मान में मेला मनाया गया था. इस दौरान उस मेले में भी माता ने अपने गुर के माध्यम से कहा था कि घाटी में देवी देवता नाराज चल रहे हैं. बिजली महादेव भी घाटी के लोगों से रुष्ट हैं. ऐसे में सभी लोग बिजली महादेव व अन्य देवी देवताओं को मनाने की कोशिश करें, ताकि प्राकृतिक आपदा से बचाव हो सके. ऐसे में अब बीते दिनों हुई प्राकृतिक आपदा को स्थानीय लोग देव प्रकोप से भी जोड़ रहे हैं.

Cracks on Bijli Mahadev Hills in Kullu.
कुल्लू में बिजली महादेव पहाड़ी पर दरारें.

बिजली महादेव पहाड़ी में आई दरारें: प्राप्त जानकारी के अनुसार, जिले में घटी प्राकृतिक आपदा में बिजली महादेव मंदिर के नीचे पहाड़ी में भी बड़ी-बड़ी दरारें आ गई हैं. बीते दिनों ही बिजली महादेव मंदिर से टावर और टेंट को हटाने के लिए भी ग्रामीणों का एक प्रतिनिधिमंडल डीसी कुल्लू आशुतोष गर्ग से मिला था. इस दौरान उन्होंने डीसी को ज्ञापन सौंपा और कहा कि पहले भी देवता यहां से टेंट और टावर को हटाने की बात कह चुके हैं. अब बिजली महादेव मंदिर के साथ लगती पहाड़ी में काफी बड़ी-बड़ी दरारें आ गई हैं. ऐसे में देव आदेश को मानना काफी जरूरी है. वरना आने वाले दिनों में कोई बड़ी दुर्घटना हो सकती है.

'देवी देवताओं का प्रकोप घाटी की आपदा': स्थानीय निवासी हेमराज शर्मा का कहना है कि उन्होंने डीसी को ज्ञापन सौंपा और मांग रखी है कि जल्द से जल्द यहां पर लगे टावर को हटाया जाए, ताकि घाटी में किसी भी प्रकार का दैवीय प्रकोप लोगों को ना झेलना पड़े. बीते दिनों जिला कुल्लू में आई आपदा में लोगों का पहले ही काफी नुकसान हुआ है. अब सभी लोग मिलकर खराहल घाटी के देवी देवताओं को मनाने का प्रयास कर रहे हैं, ताकि इस तरह की घटना दोबारा ना हो और बिजली महादेव और सभी देवी-देवता खराहल घाटी की रक्षा करें.

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