कुल्लू: हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू केंद्र से भरपूर मदद न मिलने पर नाखुश नजर आए. केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के दौरे के बाद पत्रकारों को संबोधित करते हुए सीएम सुखविंदर सिंह ने कहा कि हिमाचल में इतनी बड़ी त्रासदी आई, लेकिन केंद्र सरकार के कान में जूं तक नहीं रेंग रही है. उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री जो कह रहे हैं कि केंद्र ने पैसा दिया वो सीआरएफ की वो ही किश्त है जो हमें दिसंबर में मिलनी थी और यह पैसा हर स्टेट को मिलता है.
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि केंद्र सरकार ने सिर्फ यह किश्त दिसंबर के बजाए जुलाई माह में दी है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को हिमाचल की त्रासदी के लिए विशेष पैकेज देना चाहिए या फिर इसे राष्ट्रीय आपदा घोषित करना चाहिए. उन्होंने कहा कि अब वे इस मुद्दे को लेकर दिल्ली जा रहे हैं और दिल्ली में गृह मंत्री व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ भी मुलाकात की जाएगी. वहीं, हिमाचल इस समय आपदा से जूझ रहा है और आपदा से राहत पाने के लिए आर्थिक मदद की भी मांग रखी जाएगी, ताकि हिमाचल प्रदेश जल्द से जल्द सामान्य हो सके और यहां पर जो भी बरसात व बाढ़ से प्रभावित हुए हैं. उन्हें भी सरकारी राहत जल्द मिल सके.
सड़कों की मरम्मत के लिए भी केंद्र करे मदद: वहीं, लोक निर्माण विभाग मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि हिमाचल प्रदेश की सड़कों को भी बार-बार बरसात के कारण खासा नुकसान हुआ है. लोक निर्माण विभाग लगातार सड़कों की बहाली का कार्य में जुटा हुआ है और अब हिमाचल प्रदेश की अधिकतर सड़कें वाहनों की आवाजाही के लिए बहाल कर दी गई है. केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से भी मांग रखी गई है कि नेशनल हाईवे के अलावा अन्य सड़कों की मरम्मत के लिए भी केंद्र सरकार से मदद दी जाए, ताकि हिमाचल प्रदेश की सड़कों पर वाहनों की आवाजाही सुचारू हो सके. सेब सीजन के दौरान बागवानों को किसी प्रकार की दिक्कतों का सामना ना करना पड़े.