कुल्लू: देशभर में दिवाली का त्योहार धूमधाम से मनाया जा रहा है. कुल्लू में भी दिवाली के त्योहार को लेकर बाजारों में खासी रौनक है. कोरोना के कारण लोगों का व्यापार प्रभावित हुआ है, लेकिन इसके बावजूद भी व्यापारी खुश नजर आ रहे हैं. इस बार जिला कुल्लू के बाजारों से चीनी उत्पाद गायब हो गए हैं. इस बार जिला कुल्लू के बाजारों से चीनी उत्पाद गायब हो गए हैं.
दिवाली के त्योहार पर हर साल बाजारों में अधिकतर चीनी उत्पादों की खासी धूम दिखाई देती थी, लेकिन मोदी मोदी के लोकल फॉर वोकल अभियान के तहत व्यापारियों ने चीनी उत्पाद बेचने के लिए नहीं रखे हैं और लोग भी चीनी उत्पादों की डिमांड नहीं कर रहे हैं. हालांकि स्वदेशी उत्पादों के मुकाबले चीनी उत्पाद ग्राहकों को काफी कम दामों में मिलते थे और व्यापारियों को भी इसमें काफी फायदा होता था, लेकिन स्वदेशी अभियान के चलते अब की बार चीनी उत्पाद बाजारों से गायब हो गए हैं.
कुल्लू के मुख्यालय में भी दोपहर के समय खरीदारी के लिए लोगों की खासी भीड़ उमड़ी और वही पटाखा व्यापारी, मोमबत्ती बेचने वाले व्यापारी भी अपने कारोबार से काफी खुश नजर आए. व्यापारियों का कहना है कि कोरोना के चलते उनका व्यापार पिछले साल के मुकाबले प्रभावित हुआ है, लेकिन कोरोना के दौर में भी लोगों ने खरीदारी की है और इससे वे काफी खुश हैं.
इस साल चीनी उत्पाद को उन्होंने अपनी दुकानों में कोई जगह नहीं दी है. व्यापारी विनीत पराशर, शिवेंद्र का कहना है कि हर साल बाजारों में चीन से आई मोमबत्तियां व पटाखों की डिमांड रहती थी, लेकिन इस साल ग्राहक खुद ही स्वदेशी माल खरीदने की बात कर रहे हैं. ऐसे में स्वदेशी अभियान को भी दिवाली के मौके पर काफी बल मिला है. गौर रहे कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील का भी कुल्लू में काफी असर हुआ है और दीवाली के त्योहार पर चीनी उत्पाद कहीं भी नजर नहीं आ रहे हैं.