कुल्लूः देश-विदेश में मशहूर मलाणा की भांग की खेती पर अब पहाड़ों पर ड्रोन से नजर रखी जाएगी. इतना ही नहीं जिला कुल्लू की मणिकर्ण की पहाड़ियां हो या फिर बंजार के दुर्गम इलाकों और मनाली की कुछ जगहों पर भी जिला प्रशासन ड्रोन से नजर रखेगा. इसको लेकर मंगलवार को जिला प्रशासन ने मंथन कर यह फैसला लिया कि जिले में अब भांग की खेती पर ड्रोन से नजर रखी जाएगी. बता दें कि मलाणा की भांग की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत बहुत ज्यादा रहती है.
वन विभाग के लगेंगे चेक पोस्ट: कुल्लू प्रशासन की अब भांग की खेती को लेकर सख्ती नजर आएगी. इसके चलते अब वन विभाग जंगल की तरफ जाने वाले रास्तों पर चेक पोस्ट लगाकर जांच करेगा. डीसी कुल्लू आशुतोष गर्ग ने बताया कि कुल्लू जिले के दूरदराज जंगलों में की जाने वाली भांग की खेती पर ड्रोन से नजर रखी जाएगी. इसके लिए उपमंडल अधिकारियों व पुलिस को ड्रोन उपलब्ध करवाए जाएंगे ,ताकि वह भांग की बुआई के समय से इस पर नजर रख सकें. उन्होंने कहा कि इससे यह फायदा होगा कि भांग की बुआई के समय ही पौधों को नष्ट किया जा सकेगा.
नेपाली मजदूरों पर विशेष नजर रहेगी: डीसी कुल्लू आशुतोष गर्ग बताया वन विभाग को जंगल की तरफ जाने वाले रास्तों को चिन्हित कर चेक पोस्ट लगाएगा. इस दौरान सभी पर नजर रखी जाएगी,लेकिन नेपाली मजदूरों पर खास नजर रखी जाएगी. उनकी पूरी जानकारी ली जाएगी.वहीं, इसके अलावा प्रवासी और नेपाली मजदूरों को नजदीक के थानों में अपना पंजीकरण कराना होगा. यदि किसी के यहां यह लोग मजदूरी करते हैं तो उसकी सूचना भी पुलिस को देना आवश्यक होगी.
वीडियो फिल्म दिखाना अनिवार्य: उपायुक्त ने बताया कि नशे से बचाव को लेकर जागरूकता नुक्कड़ नाटकों सहित अन्य माध्यमों से समय-समय पर की जाती है,लेकिन अब स्कूलों में बच्चों को नशे के दुष्प्रभाव के बारे में जागरूक करने के लिए अनेक कदम उठाए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि स्कूलों में होने वाली पीटीए बैठक में नशे के दुष्प्रभाव से संबंधित वीडियो फिल्म दिखाया जाना अनिवार्य किया गया है.
418 अध्यापकों को प्रशिक्षित किया गया: उन्होंने कहा कि जिले के उच्च तथा वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला व प्राइवेट स्कूलों के 418 अध्यापकों को प्रशिक्षित किया गया है, जो स्कूलों में नशे के दुष्प्रभाव के बारे में जागरूक करेंगे.बता दें कि मंगलवार को उपायुक्त ने ढालपुर में अधिकारियों की बैठक ली और दिशा-निर्देश जारी किए गए.