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कुल्लू में 'संचेतना' अभियान शुरू, वरिष्ठ नागरिकों के ऑक्सीजन स्तर की होगी जांच

कुल्लू जिला में ‘संचेतना’ अभियान की शरुआत की गई है. कोविड-19 के खतरे को कम करने के उद्देश्य से कुल्लू के लिए संचेतना का शुभारंभ हाल ही में किया गया था. शुरुआत में अभियान के तहत नगर परिषद कुल्लू को शामिल किया गया है और बाद में यह अभियान जिलाभर में चलाया जाएगा.

वरिष्ठ नागरिक की जांच कर रही आशावर्कर
वरिष्ठ नागरिक की जांच कर रही आशावर्कर
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Published : Oct 17, 2020, 4:03 PM IST

कुल्लू: कोविड-19 के खतरे को कम करने के लिए कुल्लू में संचेतना अभियान की शुरूआत की गई है. नगर परिषद कुल्लू के परिक्षेत्र में शनिवार से इसकी व्यवहारिक शुरूआत हुई . कोविड-19 के खतरे को कम करने के उद्देश्य से कुल्लू के लिए संचेतना का शुभारंभ हाल ही में किया गया था. शुरुआत में अभियान के तहत नगर परिषद कुल्लू को शामिल किया गया है और बाद में यह अभियान जिलाभर में चलाया जाएगा.

लाॅकडाउन के दौरान जिला में समग्र एक्टिव केस फाईडिंग अभियान चलाया गया था और लगभग पौने पांच लाख लोगों के स्वास्थ्य की जांच की गई थी. इस अभियान को बड़ी सफलता मिली और यही कारण रहा कि जिला में कोरोना पाॅजिटिव के मामले अन्य जिलों की तुलना में काफी देर से आने शुरू हुए. संचेतना एसीएफ से मिला-जुला अभियान है और इससे कोरोना के प्रसार पर अंकुश लगाने में सहायक होगा.

वीडियो

संचेतना को सफल बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से पहले ही आशा और स्वास्थ्य कर्मियों की तैनाती कर दी है. आशा वर्कर्स को पल्स आक्सीनेटर उपलब्ध करवाए गए हैं. अभियान के दौरान ये कार्यकर्ता घर-घर जा जाकर संभावित कोरोना केे मामलों का पता लगाएंगे. 60 साल से ऊपर आयुवर्ग के वरिष्ठ नागरिकों के आक्सीजन लेवल की जांच की जाएगी.

कोरोना संक्रमण का बड़ी आयु के लोगों और छोटे बच्चों को ज्यादा खतरा रहता है. इसके अलावा आशा कार्यकर्ता अन्य नागरिकों में अगर खांसी, जुकाम, बुखार इसके अलावा सांस लेने की समस्या जैसे लक्षण हों तो तुरंत से उन्हें चिकित्सक के पास जाने के लिए प्रेरित किया जाएगा.

सीएमओ डॉ. सुशील चंदर शर्मा ने कहा कि संचेतना का उद्देश्य केवल कोरोना के लक्षणों का पता लगाना ही नहीं, बल्कि लोगों को कोरोना संक्रमण के बारे में जानकारी प्रदान करना भी है.लोगों को इस दौरान मास्क पहनने के तौर-तरीकों के बारे में भी जानकारी दी जाएगी. इसके अलावा, सामाजिक दूरी के नियमों का पालन करना तथा अपने हाथों की हर समय सफाई रखने के महत्व के बारे में भी बताया जाएगा. आशा वर्कर लोगों को होम आइसोलेशन की पुस्तिका व कोरोना से बचाव संबंधी आईईसी सामग्री लोगों को उपलब्ध करवाएंगी.

स्वास्थ्य विभाग कर्मचारी नीलम पंडित ने बताया की 14 तारीख से इस अभियान की शरुआत उपायुक्त कुल्लू की ओर से की गई है और स्वास्थ्य विभाग की टीम घर-घर जाकर लोगों के स्वास्थ की जांच कर रही है और आज 20 लोगों की जांच की गयी है.

जिला प्रशासन ने कोरोना से निपटने के इस प्रयास में अपना सहयोग करने की अपील करते हुए कहा कि संचेतना के तहत अपने घर परिवार के बुजुर्गों के ऑक्सीजन लेवल की अवश्य जांच करवाएं. किसी तरह के लक्षण अगर दिखाई दें तो तुरंत डाॅक्टर की सलाह लें. सतर्क रहें, सावधान रहें. मास्क का अच्छे से प्रयोग करें. बार-बार हाथ धोएं और अनावश्यक भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों में जाने से बचें.

ये भी पढ़ें - पर्यटन स्थल सिस्सू में गंदगी फैलाने पर होगा जुर्माना, लोगों ने सफाई के लिए उठाया कदम

कुल्लू: कोविड-19 के खतरे को कम करने के लिए कुल्लू में संचेतना अभियान की शुरूआत की गई है. नगर परिषद कुल्लू के परिक्षेत्र में शनिवार से इसकी व्यवहारिक शुरूआत हुई . कोविड-19 के खतरे को कम करने के उद्देश्य से कुल्लू के लिए संचेतना का शुभारंभ हाल ही में किया गया था. शुरुआत में अभियान के तहत नगर परिषद कुल्लू को शामिल किया गया है और बाद में यह अभियान जिलाभर में चलाया जाएगा.

लाॅकडाउन के दौरान जिला में समग्र एक्टिव केस फाईडिंग अभियान चलाया गया था और लगभग पौने पांच लाख लोगों के स्वास्थ्य की जांच की गई थी. इस अभियान को बड़ी सफलता मिली और यही कारण रहा कि जिला में कोरोना पाॅजिटिव के मामले अन्य जिलों की तुलना में काफी देर से आने शुरू हुए. संचेतना एसीएफ से मिला-जुला अभियान है और इससे कोरोना के प्रसार पर अंकुश लगाने में सहायक होगा.

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संचेतना को सफल बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से पहले ही आशा और स्वास्थ्य कर्मियों की तैनाती कर दी है. आशा वर्कर्स को पल्स आक्सीनेटर उपलब्ध करवाए गए हैं. अभियान के दौरान ये कार्यकर्ता घर-घर जा जाकर संभावित कोरोना केे मामलों का पता लगाएंगे. 60 साल से ऊपर आयुवर्ग के वरिष्ठ नागरिकों के आक्सीजन लेवल की जांच की जाएगी.

कोरोना संक्रमण का बड़ी आयु के लोगों और छोटे बच्चों को ज्यादा खतरा रहता है. इसके अलावा आशा कार्यकर्ता अन्य नागरिकों में अगर खांसी, जुकाम, बुखार इसके अलावा सांस लेने की समस्या जैसे लक्षण हों तो तुरंत से उन्हें चिकित्सक के पास जाने के लिए प्रेरित किया जाएगा.

सीएमओ डॉ. सुशील चंदर शर्मा ने कहा कि संचेतना का उद्देश्य केवल कोरोना के लक्षणों का पता लगाना ही नहीं, बल्कि लोगों को कोरोना संक्रमण के बारे में जानकारी प्रदान करना भी है.लोगों को इस दौरान मास्क पहनने के तौर-तरीकों के बारे में भी जानकारी दी जाएगी. इसके अलावा, सामाजिक दूरी के नियमों का पालन करना तथा अपने हाथों की हर समय सफाई रखने के महत्व के बारे में भी बताया जाएगा. आशा वर्कर लोगों को होम आइसोलेशन की पुस्तिका व कोरोना से बचाव संबंधी आईईसी सामग्री लोगों को उपलब्ध करवाएंगी.

स्वास्थ्य विभाग कर्मचारी नीलम पंडित ने बताया की 14 तारीख से इस अभियान की शरुआत उपायुक्त कुल्लू की ओर से की गई है और स्वास्थ्य विभाग की टीम घर-घर जाकर लोगों के स्वास्थ की जांच कर रही है और आज 20 लोगों की जांच की गयी है.

जिला प्रशासन ने कोरोना से निपटने के इस प्रयास में अपना सहयोग करने की अपील करते हुए कहा कि संचेतना के तहत अपने घर परिवार के बुजुर्गों के ऑक्सीजन लेवल की अवश्य जांच करवाएं. किसी तरह के लक्षण अगर दिखाई दें तो तुरंत डाॅक्टर की सलाह लें. सतर्क रहें, सावधान रहें. मास्क का अच्छे से प्रयोग करें. बार-बार हाथ धोएं और अनावश्यक भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों में जाने से बचें.

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