कुल्लू: क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू में शनिवार को हाई वोल्टेज ड्रामा देखने को मिला. जानकारी के अनुसार पहले कुछ सीनियर सिटीजन अस्पताल में स्टाफ के साथ उलझ पड़े और बाद में सीधे प्रेस भवन पहुंचे. प्रेस भवन पहुंचने तक बुजुर्गों का आक्रोश चौथे आसमान तक पहुंच चुका था. कुछ समय तो पत्रकारों को समझ ही नहीं आया कि आखिर माजरा क्या है.
मामला थोड़ा शांत होने पर पता चला कि वरिष्ठ नागरिक अस्पताल की अव्यवस्था के चलते परेशान हैं. जब प्रेस भवन में एक स्थानीय नेता वरिष्ठ नागरिकों से मिलने आए तो, इनका गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया. वरिष्ठ नागरिकों की अगुवाई कर रहे बजौरा निवासी बेलीराम ने कहा कि वे कट्टर भाजपाई हैं लेकिन उनके नेता निक्कमे हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि कुल्लू जिला में अस्पताल की हालत दयनीय है. डॉक्टर न तो ओपीडी में हैं और न ही राउंड पर. मेडिकल बनाने वाला एक ही डॉक्टर है और वह भी छुट्टी पर है.
बेलीराम ने कहा कि बंजार के विधायक को हम वोट देकर पछता रहे हैं, क्योंकि वह जनता के कोई भी काम नहीं कर रहा है. उन्होंने कहा कि हमारे जिला से गोविंद सिंह ठाकुर मंत्री बने हैं लेकिन उन्हें भी कुल्लू की चिंता नहीं है. यही कारण है कि विकास के मामले में कुल्लू सबसे फिसड्डी जिला साबित हुआ है. अस्पताल में डॉक्टर तक नहीं हैं.
उन्होंने कहा कि ऐसे मंत्रियों का क्या फायदा जो अपने जिला के मुख्य अस्पताल में डॉक्टरों तक की तैनाती नहीं कर पाते हैं. उन्होंने कहा कि आज से पहले भी मंत्री व विधायक थे और अस्पताल में कभी डॉक्टरों की कमी नहीं हुई. दरअसल बुजुर्ग पिछले एक सप्ताह से अस्पताल के चक्कर काट रहे थे और उनका न तो चेकअप हो रहा था और न ही मेडिकल बन पा रहा था.
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