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किन्नौर के इस गांव में पेयजल की संकट, ग्रामीणों ने सरकार को दी आंदलोन की चेतावनी

जिला किन्नौर के कानम गांव में कई दिनों से पेयजल संकट है. ग्रामीणों को गांव से दूर जाकर पानी लाना पड़ रहा है. ऐसे में ग्रामीणों ने सरकार को चेतावनी दी है कि अगर समस्या को जल्द से जल्द समाधान नहीं हुआ तो मजबूरन सड़क पर उतरना पड़ेगा.

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Published : Aug 27, 2019, 2:49 PM IST

पेजयजल की संकट

किन्नौर: जनजातीय जिला किन्नौर के पूह खंड के तहत कानम गांव में बीते कई दिनों से पेयजल की संकट है. ग्रामीणों को गांव से कई किलोमीटर दूर जाकर पानी लाना पड़ रहा है.

ग्रामीणों के अनुसार बारिश और बाढ़ ने जिला किन्नौर में भारी तबाही मचाई है. सिंचाई नहर व पीने के पानी की पाइप लाइन टूटने की वजह से पेयजल की समस्या उत्पन्न हो गई है. वहीं, आईपीएच विभाग की ओर से टूटे पाइप लाइन को अब तक ठीक नहीं किया गया है.

ऐसे में कानम निवासियों को गांव से दूर प्राकृतिक जल स्त्रोत से अपना गुजारा करना पड़ रहा है. ग्रामीण कई काम छोड़कर खाली बर्तनों को लेकर सुबह, शाम गांव से दूर पब्लिक टैब व प्राकृतिक जलस्त्रोत के पास लंबी-लंबी कतारें लगाकर पानी भरने का इंतजार कर रहे हैं.

लोगों का कहना है कि पब्लिक टैब से भी गंदा पानी आ रहा है जो पीने योग्य नहीं है. ग्रामीणों ने सरकार व प्रशासन पर कानम गांव के साथ सौतेला व्यवहार करने का आरोप लगाते हुए कहा कि अगर समस्या का जल्द से जल्द समाधान नहीं हुआ तो प्रदेश सरकार के खिलाफ मजबूरन सड़कों पर उतरना पड़ेगा.

किन्नौर: जनजातीय जिला किन्नौर के पूह खंड के तहत कानम गांव में बीते कई दिनों से पेयजल की संकट है. ग्रामीणों को गांव से कई किलोमीटर दूर जाकर पानी लाना पड़ रहा है.

ग्रामीणों के अनुसार बारिश और बाढ़ ने जिला किन्नौर में भारी तबाही मचाई है. सिंचाई नहर व पीने के पानी की पाइप लाइन टूटने की वजह से पेयजल की समस्या उत्पन्न हो गई है. वहीं, आईपीएच विभाग की ओर से टूटे पाइप लाइन को अब तक ठीक नहीं किया गया है.

ऐसे में कानम निवासियों को गांव से दूर प्राकृतिक जल स्त्रोत से अपना गुजारा करना पड़ रहा है. ग्रामीण कई काम छोड़कर खाली बर्तनों को लेकर सुबह, शाम गांव से दूर पब्लिक टैब व प्राकृतिक जलस्त्रोत के पास लंबी-लंबी कतारें लगाकर पानी भरने का इंतजार कर रहे हैं.

लोगों का कहना है कि पब्लिक टैब से भी गंदा पानी आ रहा है जो पीने योग्य नहीं है. ग्रामीणों ने सरकार व प्रशासन पर कानम गांव के साथ सौतेला व्यवहार करने का आरोप लगाते हुए कहा कि अगर समस्या का जल्द से जल्द समाधान नहीं हुआ तो प्रदेश सरकार के खिलाफ मजबूरन सड़कों पर उतरना पड़ेगा.

Intro:
जनजातीय जिला किन्नौर के पूह खण्ड के तहत कानम गाँव मे बीते कई दिनों से पेयजल संकट आया है जिसके चलते स्थानीय ग्रामीणों को कई किलोमीटर गाँव से दूर जाकर पीने के पानी का प्रबंध करना पड़ रहा है।
Body:कानम गाँव के स्थानीय निवासी केसर नेगी,दोरजे नेगी,कर्ण नेगी,व अन्य ग्रामीणों का कहना है कि लगभग बीस दिन पहले बारिश के कारण कानम गाँव मे बादल फटने से बाढ़ आया था जिससे गाँव मे तबाही मची थी और आईपीएच के सिंचाई के नहर व पीने के पानी की सारी पाइप लाइन टूटने के कारण पीने के पानी की समस्या आई थी उसके बाद आज दिन तक पाइप लाइनों की हालत बहुत दयनीय स्थिति में है और पीने के पानी की सप्लाई भी नही है ऐसे में कानम के ग्रामीणों को कानम से दूर जाकर नाले में प्राकृतिक जल स्त्रोत से अपना गुजारा करना पड़ रहा है ग्रामीणों का कहना है कि गाँव मे सिंचाई के कूहल भी बारिश से मची तबाही में तहसनहस हुए है जो आज दिन तक ठीक नही करवाए गए है।वही स्थानीय ग्रामीणों का कहना है को इन दिनों सबसे बड़ी समस्या पीने का पानी बना हुआ है, कानम गाँव के ग्रामीण खेतखलियाँन के पूरे दिन भर के काम व अन्य घरेलू काम छोड़कर खाली बर्तनों को लेकर सुबह, शाम को गाँव से दूर पब्लिक टैब व प्राकृतिक जलस्त्रोत के पास लंबी लंबी कतारें लगाकर पानी भरने का इंतजार कर रहे है जिसमे लोगो का कई घण्टो का समय भी व्यर्थ हो रहा है। और कानम गाँव के स्कूल जाने वाले बच्चो को भी पेयजल न होने के कारण स्कूल में भी प्यासे रहना पड़ रहा है। वहीं स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि पब्लिक टैब में भी पानी के साथ मिट्टी मिलकर पूरा गंदा पानी आ रहा है जो पीने योग्य नही है सभी लोग प्राकृतिक जलस्रोत तक नही जा सकते क्यों कि गाँव के कुछेक लोगो को ही प्राकृतिक जलस्त्रोत सुविधा का लाभ ले सकते है क्यों कि यह प्राकृतिक जल स्त्रोत गाँव से बहुत दूर है इसलिए आसपास के कुछेक ग्रामीण प्राकृतिक जलस्रोत भर रहे है व अन्य ग्रामीण पब्लिक टैब पर ही निर्भर है,कानम गाँव मे पेयजल के समस्या के चलते ग्रामीणों को जहां पीने की पानी की समस्या आई है वही दूसरी ओर बड़े बड़े पानी के भरे हुए बर्तनों को पीठ में लादकर कई किलोमीटर दूर से घर तक उठाकर पानी पहुँचाना पड़ रहा है. Conclusion:ऐसे में स्थानीय ग्रामीण केसर नेगी व अन्य ने प्रशासन व सरकार पर कानम गाँव में बारिश से हुए नुकसान व पेयजल समस्या को लेकर सरकार व प्रशासन द्वारा कानम गांव के साथ सौतेला व्यवहार करने का आरोप झड़ा है और कहा कि यदि समय रहते कानम गाँव के नुकसान का मुआवजा व पेयजल की समस्या हल नही हुई तो कानम के ग्रामीण किन्नौर प्रशासन व प्रदेश सरकार के खिलाफ सड़को पर उतरकर हल्ला बोलेगी।














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