कुल्लूः हिमाचल प्रदेश में इन दिनों पंचायत चुनावों जारी हैं. चुनाव में प्रत्याशी भी जीत सुनिश्चित करने के लिए पूरी ताकत के साथ चुनावी प्रचार में जुटे हैं. मतदाता भी समाज के विकास की सोच रखने वाले उम्मीदवार को ही चुनावों में जीतता हुआ देखना चाह रहे हैं.
जिला कुल्लू में इन दिनों जिला परिषद और पंचायत चुनावों में उम्मीदवार दिन-रात मेहनत कर ग्रामीणों से वोट मांग कर रहे हैं. मतदाता भी अबकी बार सोच-समझ कर मतदान करने के मूड में नजर आ रहा है.
छोटी-छोटी समस्याओं से जूझ रहे ग्रामीण
मतदाताओं का कहना है कि चुनावों में उम्मीदवार वादे तो बड़े-बड़े कर जाते हैं लेकिन, धरातल पर विकास कार्य को अंजाम नहीं दे पाते. आज का समय युवा का है और बदलते परिवेश में उम्मीदवारों को भी अपनी सोच बदल रहे हैं. जिला कुल्लू के ग्रामीण क्षेत्र आज भी छोटी-छोटी समस्याओं से जूझ रहे हैं.
रोजगार भी बने चुनावी मुद्दा
हालांकि यह समस्याएं काफी छोटी होती हैं लेकिन, रोजाना सैकड़ों ग्रामीण को इनसे परेशान होते हैं. उम्मीदवारों को भी इन छोटी-छोटी समस्याओं को हल करने को प्राथमिकता देनी होगी. युवा मतदाता का कहना है कि आज युवा पढ़ाई-लिखाई तो कर रहा है लेकिन, इसके बाद उसके पास रोजगार का कोई साधन नहीं है
महिला उत्थान के लिए भी हो काम
उम्मीदवारों को अपने विजन में यह भी स्पष्ट करना चाहिए कि वे जीतने के बाद युवाओं के रोजगार के लिए क्या प्रयास करेंगे. मतदाताओं का यह भी कहना है कि महिला उत्थान की बातें तो बड़े-बड़े मंचों से उम्मीदवारों द्वारा की जा रही है लेकिन, वास्तव में वे ऐसे काम करते हुए नजर आते हैं जिससे महिलाओं को फायदा मिले.