किन्नौर: जनजातीय जिला किन्नौर के इग्नू शिक्षा केंद्र में सभी कोर्सिस के प्रथम वर्ष से अंतिम वर्ष तक की पढ़ाई,सर्टिफिकेट कोर्स व परीक्षाओं के लिए सरकार ने जनजातीय क्षेत्र छात्रों को फीस माफ कर दी हैं. सरकार ने इग्नू में मुफ्त शिक्षा व परीक्षा देने की घोषणा कर दी है. इसकी पुष्टि रिकांगपिओ महाविद्यालय के कार्यकारी प्रधानाचार्य राजेश नेगी ने की.
प्रधानाचार्य राजेश नेगी ने कहा कि जनजातीय क्षेत्रों की भौगोलिक स्थिति और आर्थिक स्थिति को देखते हुए भारत सरकार व इग्नू शिक्षण विश्वविद्यालय ने इग्नू से पढ़ाई करने के इच्छुक छात्रों को प्रथम वर्ष से तृतीय वर्ष तक इग्नू शिक्षा केंद्र, कॉलेज और विश्वविद्यालय में फीस नहीं देनी होगी. इससे जनजातीय जिलों के हजारों छात्रों को फीस देने से राहत मिली है.
प्रधानाचार्य ने कहा कि इग्नू के तहत पढ़ाई के लिए एडमिशन की तारीख 15 फरवरी तक बढ़ा दी गई है. ऐसे में एडमिशन लेने के इच्छुक छात्र ऑनलाइन फॉर्म भर सकते हैं. नेगी ने कहा कि जिला में अभी भी सैकड़ों छात्र इग्नू के तहत रिकांगपिओ महाविद्यालय में भी शिक्षा ले रहे हैं और इसके अलावा कुछ छात्र पत्राचार के माध्यम से भी पढ़ाई कर रहे हैं. इनमें कई छात्र नौकरी वाले और कुछ बागवान व किसान हैं. इन छात्रों की आय खास अच्छी नहीं है.
इसके चलते इन सभी लोगों को पत्राचार के तहत पढ़ाई में इग्नू के सभी नियमों के पात्रता रखने वाले छात्रों को शिक्षा के लिए फीस माफी होगी. उन्होंने कहा कि इस बारे में इग्नू से अधिक जानकारी लेने के लिए छात्र नजदीकी महाविद्यालय या इग्नू सेंटर से पूरी जानकारी ले सकते है.
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