किन्नौर: जिला किन्नौर में अप्रैल महीने में भी बर्फबारी की दस्तक से पहाड़ सफेद चांदी से चमकने लगे हैं. ऐसे में अब जिले में तापमान भी शून्य के नीचे चला गया है. हालांकि बर्फबारी के बाद अब तक किसी भी क्षेत्र में फिलहाल ग्लेशियर गिरने की सूचना नहीं मिली है, लेकिन अप्रैल माह में पहाड़ों पर बर्फबारी से नदी नालों में ग्लेशियर गिरने की संभावनाएं भी बढ़ गई हैं.
किन्नौर जिले में अप्रैल महीने में ऊंचे पहाड़ों पर भारी बर्फबारी से पहाड़ों पर बर्फ की सफेद धूल भी उड़ रही है. लिहाजा नदी नालों में ग्लेशियर के अलावा जलस्त्रोत का प्रवाह भी बढ़ने लगा है. जिले के निचले क्षेत्रों में भी बारिश की बूंदों ने लोगों को सिंचाई से कुछ समय के लिए निजात दिलाई है. वहीं, प्रशासन ने किन्नौर में 6 अप्रैल तक बर्फबारी व बारिश का अलर्ट जारी किया है. ऐसे में निचले क्षेत्रों में भी अब बर्फबारी की संभावनाएं जताई जा रही हैं.
डीसी किन्नौर तोरुल एस रवीश ने जिले में जारी बर्फबारी व बारिश के अलर्ट पर पर्यटकों को एहतियात बरतने के साथ ऊंचाई वाले पर्यटन क्षेत्रों में साहसिक गतिविधियों को करने से मनाही भी की है, ताकि पर्यटकों को बर्फबारी के आपदाओं से बचाया जा सके. जिले के पहाड़ों पर अप्रैल महीने में हुई बर्फबारी के बाद ठंड बढ़ गई है और लोगों ने एक बार फिर से गर्म कपड़े का सहारा लेना भी शुरू कर दिया है. मौसम विज्ञान केंद्र की मानें तो अप्रैल के पहले वीक में मौसम खराब बने रहने का अनुमान है.