किन्नौर: जिला किन्नौर रविवार रात से ही बर्फबारी का दौर जारी है. लगातार हो रही बर्फबारी के चलते जिले के लगभग सभी सड़क मार्ग बंद पड़े हैं. जिला किन्नौर के आसरंग, लिप्पा, नेसंग, छितकुल, रकछम और कल्पा में करीब 3 फीट बर्फबारी हुई है. वहीं, निचले इलाकों में करीब 2 फीट के आसपास बर्फबारी हुई है.
बर्फबारी के चलते लोगों की बढ़ी मुश्किलें: बर्फबारी के कारण जिलाभर में जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. सड़क मार्ग बंद होने के साथ ही बिजली भी ठप पड़ी है. लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इसके अलावा तापमान में भी भारी गिरावट आई है. कड़ाके की ठंड में लोग घरों पर रहने को मजबूर हैं. वहीं, बर्फबारी के कारण कई सड़क मार्ग अवरुद्ध होने से कई वाहन रास्ते में ही फंसे हुए हैं.
सेब की फसल के लिए बर्फबारी संजीवनी: बर्फबारी ने एक ओर जहां लोगों की जिंदगी को प्रभावित किया है तो दूसरी ओर ये बर्फबारी सेब के साथ साथ अन्य फसलों के लिए भी संजीवनी बनकर आई है. सेब बागवानों का कहना है कि अच्छी बर्फबारी होने से सेब के चिलिंग आवर पूरे होंगे जिससे सेब उत्पादन बेहतर होगा. वहीं, सेब की फसल अच्छी होने से उनकी आर्थिकी भी सुदृढ़ होगी. कुल मिलाकर बर्फबारी से किसानों के चेहरे खिल उठे हैं.
जिला प्रशासन ने की अपील: खराब मौसम और बर्फबारी के चलते जिला प्रशासन ने जिलावासियों और पर्यटकों से अपील की है कि सावधानी बरतें और अनावश्यक रूप से सफर न करें. वाहन सावधानी पूर्वक चलाएं और अपनी सुरक्षा का ख्याल रखें. बता दें कि मौसम विभाग ने 29 और 30 जनवरी के लिए प्रदेश के कई जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया था. बीते कल रविवार से ही मौसम खराब है और प्रदेश के ऊपरी इलाकों में बर्पबारी हो रही है. वहीं, निचले क्षेत्रों में बारिश हुई है.
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