किन्नौर: हिमाचल प्रदेश में फिर से मौसम ने करवट ली है. किन्नौर जिले के चीन सीमांत गांव छितकुल में बर्फबारी का दौर शुरू हो चुका है. जिसके कारण छितकुल में तापमान शून्य के नीचे चला गया है. बता दें कि जिले के अन्य ऊंचाई वाले ग्रामीण इलाकों में भी बर्फ के फाहे गिर रहे हैं. जिसके बाद जिले के अधिकतर ग्रामीण इलाकों में शीतलहर ने कहर बरपाना शुरू कर दिया है.
किन्नौर के छितकुल में बर्फबारी के चलते सड़कें भी फिसलन भरी हो चुकी है, जिसमें अब वाहनों के टायर भी फिसल रहे हैं. ऐसे में प्रशासन ने वाहन चालकों को एहतियात बरतने की सलाह दी है. वहीं, बर्फबारी के चलते छितकुल में अब पीने के पानी के जलस्त्रोत भी पहाड़ों पर जमने शुरू हो रहे हैं. लिहाजा छितकुल गांव में पीने के पानी की समस्या बढ़ने की संभावनाएं बढ़ गई है. किन्नौर जिले में खराब मौसम के बाद बर्फबारी ने दस्तक दी है. वहीं, सभी पहाड़ बर्फ की सफेद चादर में ढक चुके हैं
बता दें कि किन्नौर जिले में जल्द बर्फबारी होने से बागवानों को भी सीजन में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि जिले के ऊंचे इलाकों में अभी सेब का सीजन चला हुआ है और बर्फबारी के चलते सेब से लदे पेड़ो को नुकसान हो रहा है. वहीं, सेब के बागवान मौसम के अनुकूल होने का इंतजार कर रहे हैं, ताकि बागवान अगली बर्फबारी से पहले सेब की फसल को मंडी तक पहुंचा सके.
वहीं, किन्नौर के ऊंचे पहाड़ों और ग्रामीण इलाकों में बर्फबारी के बाद अब जहां लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. वहीं पर्यटकों के लिए यह बर्फबारी आनंद और सर्दियों में घूमने फिरने के लिए स्वर्ग से कम नहीं है. ऐसे में अब पर्यटकों की जिले में सर्दियों की बर्फबारी देखने के लिए आमद बढ़ रही है, जिससे सर्दियों में पर्यटन व्यवसाय पटरी पर आने की उम्मीद है.
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