किन्नौरः तिब्बत सीमावर्ती पंचायत कुंनोचारनग जनजातीय जिला किन्नौर की सबसे दुर्गम पंचायत है, यहां मई महीने में भी बर्फबारी हो रही है. पिछले दिनों पंचायत के लोगों में सरकार के प्रति नाराजगी देखने को मिल रही थी. लोगों का कहना था कि उनके गांव में सड़क, बिजली, पानी व कई अन्य जरूरतों को सरकार व प्रशासन पूरा नहीं कर पाई है.
इसी के चलते ग्रामीणों ने लोकसभा चुनाव के बहिष्कार करने का निर्णय लिया था. ग्राम पंचायत के प्रधान पूर्ण सिंह नेगी का कहना है कि कुंनोचारनग अभी भी जिले का सबसे दुर्गम इलाका है. यहां सड़क, बिजली, पानी व बस सेवा ठीक तरह से नहीं मिल पा रही है.
लोगों के लोकसभा चुनाव के बहिष्कार के निर्णय के बाद आखिरकार प्रशासन ने कुंनोचारनग पंचायत की बात सुन ली है. उपायुक्त किन्नौर ने कुंनोचारनग पंचायत के प्रतिनिधि व प्रधान से मिलकर सारी मांगो को पूरा करने आश्वासन दिया है.
जिस पर पंचायत प्रधान पूर्ण सिंह नेगी ने कहा कि गांव की सभी समस्याओं की मांग प्रशासन ने मान ली है और अब कुंनोचारनग के लोगों ने अपनी मांग प्रशासन द्वारा पूरी करने की बात पर आगामी लोकसभा चुनाव में मतदान करने का निर्णय लिया है.