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शीलटी सड़क मार्ग पर भूस्खलन का खतरा बढ़ा, लोगों ने सरकार से की ये मांग

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Published : Feb 9, 2020, 12:03 PM IST

जनजातीय जिला किन्नौर के शुदारनग पंचायत के तहत शीलटी सड़क मार्ग व इसके आसपास भूमि पर भूस्खलन का खतरा बढ़ गया है. ऐसे में सेब के बागवानों को लाखों का नुकसान हो सकता है. स्थानीय ग्रामीणों ने सरकार से समस्या के समाधान की मांग की है.

Shudarnag Panchayat of Kinnaur
किन्नौर के शुदारनग पंचायत की भूमि लगी धसने.

किन्नौर: जनजातीय जिला किन्नौर के शुदारनग पंचायत के तहत शीलटी सड़क मार्ग व इसके आसपास भूमि पर भूस्खलन का खतरा बढ़ गया है. ऐसे में सेब के बागवानों को लाखों का नुकसान हो सकता है. स्थानीय ग्रामीणों ने सरकार से समस्या के समाधान की मांग की है. ग्रामीणों ने इस जगह क्रेटवाल व पक्की दीवार लगाने की मांग की है.

स्थानीय ग्रामीण अजय वीर ने कहा कि शुदारनग गांव के शीलटी संपर्क मार्ग पर सड़क समेत भूमि का बड़ा हिस्सा वर्ष 2013 में भारी बारिश के कारण रिस गया था, जिस वजह से सेब के बागवानों को लाखों का नुकसान हुआ था. एक बार फिर से ठीक इसी जगह पर भूमि रिसाव के कारण उनके बचे हुए बगीचे समेत कई रिहायशी इलाकों को खतरा बना हुआ है. ऐसे में पीडब्लयूडी विभाग को इससे बचाव के लिए काम करना चाहिए.

वीडियो रिपोर्ट


उन्होंने कहा कि इस भूमि के धंसने से सम्पर्क मार्ग के साथ-साथ सैकड़ों लोगों के सेब के बगीचे, मकान, प्राकृतिक संपदाएं भी इसकी चपेट में आने की कगार पर है. जिससे आम जनता के साथ सरकार को भी भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है.

पढ़ें: जूनियर राष्ट्रीय हैंडबॉल प्रतियोगिता में हिमाचल की बेटियों का दबदबा, स्वर्ण पदक पर किया कब्जा

किन्नौर: जनजातीय जिला किन्नौर के शुदारनग पंचायत के तहत शीलटी सड़क मार्ग व इसके आसपास भूमि पर भूस्खलन का खतरा बढ़ गया है. ऐसे में सेब के बागवानों को लाखों का नुकसान हो सकता है. स्थानीय ग्रामीणों ने सरकार से समस्या के समाधान की मांग की है. ग्रामीणों ने इस जगह क्रेटवाल व पक्की दीवार लगाने की मांग की है.

स्थानीय ग्रामीण अजय वीर ने कहा कि शुदारनग गांव के शीलटी संपर्क मार्ग पर सड़क समेत भूमि का बड़ा हिस्सा वर्ष 2013 में भारी बारिश के कारण रिस गया था, जिस वजह से सेब के बागवानों को लाखों का नुकसान हुआ था. एक बार फिर से ठीक इसी जगह पर भूमि रिसाव के कारण उनके बचे हुए बगीचे समेत कई रिहायशी इलाकों को खतरा बना हुआ है. ऐसे में पीडब्लयूडी विभाग को इससे बचाव के लिए काम करना चाहिए.

वीडियो रिपोर्ट


उन्होंने कहा कि इस भूमि के धंसने से सम्पर्क मार्ग के साथ-साथ सैकड़ों लोगों के सेब के बगीचे, मकान, प्राकृतिक संपदाएं भी इसकी चपेट में आने की कगार पर है. जिससे आम जनता के साथ सरकार को भी भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है.

पढ़ें: जूनियर राष्ट्रीय हैंडबॉल प्रतियोगिता में हिमाचल की बेटियों का दबदबा, स्वर्ण पदक पर किया कब्जा

Intro:किन्नौर न्यूज़। किंन्नौर के शुदारनग पँचायत की भूमि लगी धसने,ग्रामीणों ने प्रशासन से भूमि बचाव के लिए सुरक्षा कार्य पर ध्यान देने की अपील की। किन्नौर-जनजातीय जिला किन्नौर के शुदारनग पँचायत के तहत शीलटी सड़क संपर्क मार्ग व इसके आसपास भूमि रिसाव हो रहा है ऐसे में शुदारनग गाँव व लोगो के सेब के बगीचे खतरे में आ रहे है जिसके चलते स्थानीय लोगो को लाखों का नुकसान हो सकता है ऐसे में स्थानीय ग्रामीणों ने प्रशासन से शुदारनग पँचायत के भूमि धसने से व रिसाव को बचाने के लिए इस धसने वाली भूमि में क्रेटवाल व दूसरी पक्की दीवार लगाने की मांग की है।


Body:इस बारे में शुदारनग पँचायत के स्थानीय ग्रामीण अजय वीर ने कहा कि शुदारनग गाँव के शीलटी संपर्क मार्ग पर सड़क समेत भूमि का बड़ा हिस्सा सन 2013 को भारी बारिश के कारण रिस गया था जिसमे उनकी भूमि धसने के लाखों के सेब के बगीचे इस भूमि रिसाव में बह गया और इस वर्ष एक बार फिर से ठीक इसी जगह पर एक बार फिर से भूमि रिसाव व के कारण उनके बचे हुए बगीचे समेत कई रिहायशी इलाकों को खतरा बना हुआ है ऐसे में इस जगह ओर पीडब्ल्यूडी विभाग को बचाव के लिए काम करना चाहिए।उन्होंने कहा कि शुदारनग शीलटी सम्पर्क मार्ग रिसने से पहाड़ियों से पत्थर भी गिर रहे है जिससे राहगीरो को भी खतरा बना हुआ है।


Conclusion:उन्होंने कहा कि इस भूमि के धसने से सड़क सम्पर्क मार्ग के साथ सैकड़ो लोगो के सेब बगीचे,मकान के साथ प्राकृतिक संपदा चिलगोजे के सैकड़ो पेड़ भी इसकी चपेट में आने की कगार पर है जिससे आम जनता के साथ सरकार को भी भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है इसी के चलते शुदारनग के ग्रामीणों ने प्रशासन से जल्द से जल्द इस जगह के बचाव की मांग की है बता दे के इस जगह के धसने से सड़क संपर्क मार्ग बंद होने से ग्रामीणों के लिए आवजाही में भी परेशानी आ सकती है। बाईट--अजय वीर---शुदारनग निवासी।
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