किन्नौर: सतलुज नदी पर निर्माणाधीन 450 मेगावाट क्षमता वाली शोंगटोंग करछम जल विद्युत परियोजना द्वारा पवारी के पास सतलुज नदी में भारी भरकम मशीन लगाकर अवैध खनन करके रेता निकालने का मामला सामने आया है. बावजूद इसके जिला प्रशासन इस पर मूकदर्शक बना हुआ है. वहीं, जब इस मामले को लेकर जिला किन्नौर के उपायुक्त आबिद हुसैन सादिक से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि यह मामला मीडिया के माध्यम से उनके संज्ञान में आया है और प्रशासन इसकी जांच करवा रहे हैं. (Illegal Mining of in Kinnaur) (Illegal Mining in Sutlej River in Kinnaur)
उन्होंने यह भी बताया कि खनन विभाग द्वारा उन्हें बताया गया है कि निर्माणाधीन 450 मेगावाट की शोंगटोंग जल विद्युत परियोजना को नदी से खनन का अधिकार दिया गया है. ये किस नियमों के अनुसार दिया गया है अभी इसकी जांच करवाई जा रही है और अभी रिपोर्ट आना बाकी है. बता दें कि किन्नौर जिले के मध्य बहने वाली पवित्र सतलुज नदी का सीना लगातार छलनी किया जा रहा है. इसमें खनन माफिया रात्रि के समय सबसे अधिक सक्रिय होता है.
वहीं, पुलिस इन माफियाओं पर कार्रवाई करने में असमर्थ दिख रही है. जिले की सतलुज नदी पर जलविद्युत परियोजनाओं द्वारा भी जिस प्रकार से नदी पर बड़ी-बड़ी मशीने उतार कर रेता उठाया जा रहा है उससे भी नदी पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है. ऐसे में प्रशासन के द्वारा जांच शुरू कर दी गई है. जिसके बाद खनन का असली सच सबके सामने आ जाएगा. (Illegal Mining of in Kinnaur) (Illegal Mining in Sutlej River in Kinnaur)
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