किन्नौर: जनजातीय जिला किन्नौर के एचपीपीसीएल जल विद्युत परियोजना पर पंगी गांव के मजदूरों ने आरोप लगाया है कि एचपीपीसीएल परियोजना ने 41 मजदूरों को बिना सूचना दिए नौकरी से निकाल दिया.
इस बारे में मजदूर यूनियन के अध्यक्ष नेत्र नेगी ने कहा कि एचपीपीसीएल के ठेकेदार कंपनी शिव शक्ति और पटेल कंपनी ने मजदूरों को जबरन काम से बाहर किया है. इसके चलते 41 मजदूरों के घर के चूल्हे जलना बंद हो गए हैं.
नेत्र नेगी ने कहा पिछले कई महीनों से बिना रोजगार के घर बार चलना मुश्किल है और बेरोजगारी के चलते सभी मजदूर काफी परेशान हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि जबकि शिव शक्ति कंस्ट्रक्शन कंपनी पटेल कंपनी और एचपीपीसीएल के अधीन काम कर रही है. पिछले दिनों 41 मजदूरों को एग्रीमेंट साइन होने के बाद भी बिना सूचना और बिना कारण के शिव शक्ति सब कन्सट्रक्शन और पटेल कंपनी ने योजनाबद्ध तरीके से निकाल दिया है.
नेत्र नेगी ने कहा कि एचपीपीसीएल, पटेल, शिवशक्ति कंस्ट्रक्शन कंपनी आपस में मिलकर झूठी बयानबाजी कर रही हैं कि अब परियोजना में कंस्ट्रक्शन काम बंद है, लेकिन मौके पर अभी भी कम चला हुआ है. साथ ही बाहर से मजदूर लाकर गुपचुप तरीके से काम हो रहा है.
उन्होंने कहा कि कानून का उल्लंघन कर एचपीपीसीएल व अन्य कंस्ट्रक्शन कंपनियां मजदूरों को काम पर वापिस नहीं ले रही है. ये लेबर कानूनों का उल्लंघन है.