किन्नौर: किन्नौर में भाजपा की मुश्किलें बढ़ गई हैं. पूर्व विधायक तेजवंत सिंह नेगी ने अपना नामांकन पत्र वापिस नहीं लिया. बीते कल उन्हें मनाने के लिए खुद भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सुरेश कश्यप और पूर्व प्रदेश भाजपा प्रभारी मंगल पांडे भी किन्नौर पहुंचे थे. लेकिन भाजपा के नेता, तेजवंत नेगी को मनाने में कामयाब न हो सके. (Independent candidate Tejwant Negi)
वहीं, इस विषय में पूर्व विधायक व आजाद उम्मीदवार तेजवंत नेगी ने कहा कि उनके समर्थकों का जोश और उनके प्रति प्यार देखते हुए उन्होंने इस विधानसभा चुनाव लड़ने का निर्णय लिया है. उन्होंने कहा कि वह किन्नौर की जनता के आशीर्वाद से ये चुनाव लड़ेंगे. उन्होंने कहा कि किन्नौर की जनता उनके साथ है और वह इस सीट से जरुर जीतेंगे.
भाजपा द्वारा किन्नौर से हिमाचल विधानसभा चुनाव 2022 के लिए प्रदेश वन निगम उपाध्यक्ष सूरत नेगी को टिकट दिया गया है, जिसके चलते किन्नौर बीजेपी में बगावत शुरू हो गई है. पूर्व विधायक रहे तेजवंत सिंह नेगी को टिकट न मिलने पर यहां पार्टी कार्यकर्ता दो धड़ों में बंट गए हैं. ऐसे में तेजवंत सिंह नेगी के समर्थकों में भारी रोष है. समर्थकों के कहने पर तेजवंत सिंह किन्नौर से आजाद प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं. जिससे निश्चित तौर पर भाजपा को नुकसान हो सकता है. (Himachal Assembly Election 2022) (Surat Negi BJP Candidate from Kinnaur) (kinnaur BJP protest)
ऐसे में अब किन्नौर सीट पर मुकाबला त्रिकोणीय होगा. एक तरफ जहां कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जगत सिंह नेगी हैं तो वहीं, भाजपा से सूरत नेगी जीत का दावा कर रहे हैं. इसके अलावा पूर्व विधायक तेजवंत नेगी ने भी नामांकन वापस न लेकर ये क्लियर कर दिया है कि वह भी चुनाव लड़ेंगे. ऐसे में कहीं न कहीं भाजपा की मुश्किलें बढ़तीं साफ देखी जा सकती है. खैर जनता किस नाम पर जीत की मुहर लगाती है ये आने वाला वक्त ही तय करेगा.
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