किन्नौर: प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मीडिया पैनलिस्ट सूर्या बोरस ने प्रदेश वन निगम के उपाध्यक्ष सूरत नेगी पर कांग्रेस कार्यकाल में किए गए कामों को श्रेय लेने का आरोप (Surya Boras on Surat Negi) लगाया है. शनिवार को रिकांगपिओ में मीडिया को संबोधित (Surya Boras Press conference) करते हुए कहा कि किन्नौर में वन अधिकार अधिनियम 2006 कानून (FOREST RIGHT ACT HIMACHAL) के तहत 5 लोगों को हाल ही में भूमि के पट्टे आवंटित किए गए हैं. जिस पर प्रदेश वन निगम के उपाध्यक्ष सूरत नेगी श्रेय लेने का काम कर रहे हैं, जो सरासर गलत है. जबकि इस कार्य के प्रयास कांग्रेस सरकार के कार्यकाल के दौरान किए गए.
सूर्या बोरस ने कहा कि आज जिला में वन अधिकार अधिनियम कानून यदि लागु हुआ है, तो उसके पीछे भी तत्कालीन केंद्र की मनमोहन सरकार को श्रेय है. जिन्होंने इस कानून को जनजातीय क्षेत्र के लोगों के हित में बनाया था. लेकिन, प्रदेश वन निगम के उपाध्यक्ष सूरत नेगी इन दिनों वन अधिकार कानून के तहत हाल ही में पूह खंड के 5 लोगों को प्रशासन द्वारा भूमि के पट्टे दिए जाने का श्रेय स्वयं ले रहे हैं. जबकि उक्त 5 लोगों को यह पट्टे कानून के तहत मिले हैं. जिसमें उपायुक्त किन्नौर की मेहनत है. सूर्या बोरस ने सूरत नेगी को अपने विभाग के कार्यों पर ध्यान देने की सलाह देते हुए कहा कि वे वन निगम की व्यवस्थाओं को छोड़ कर किन्नौर के विधायक जगत सिंह नेगी पर बयानबाजी करते हैं, जो स्वस्थ राजनीति के लिए सही नहीं है.
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