किन्नौर: जनजातीय जिला किन्नौर की खतरनाक सड़कों में इन दिनों वाइंडिंग का कार्य चला हुआ है. एनएच विभाग व बीआरओ की तरफ से सड़क वाइंडिंग के दौरान अंधाधुंध ब्लास्टिंग की वजह से किन्नौर की सड़कों पर धूल के गुबार उड़ रहे हैं. धूल के कारण सड़क पर विजिबिलिटी कम होने के कारण सड़क हादसा होने का भी अंदेशा बना हुआ है.
सड़कों पर उड़ती बेहिसाब धूल से वाहन चालकों को ड्राइविंग में खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. सड़क पर अगले वाहन से उड़ी धूल के कारण पिछे चल रहे वाहन चालक को सड़क पर कुछ दिखाई नहीं देता. ऐसे में कई वाहन चालक दुर्घटना का शिकार होने से बाल-बाल बचे हैं.
बता दें कि किन्नौर को सड़कों पर उड़ती इस धूल से जहां लोगों को सांस और फेंफड़ों की बीमारियों का खतरा बना हुआ है. वहीं, धूल से इस वर्ष सेब की फसल को भी काफी नुकसान हुआ है, जिससे बागवानों को मंडी में सेब के अच्छे दाम भी नहीं मिले. सड़कों पर धूल उड़ने का सबसे बड़ा कारण सड़कों की मेटलिंग न करना है. वाइंडिंग के दौरान दोनों एनएच विभाग और बीआरओ ने सड़कों पर गिराई जा रही चट्टानों को हटाने के दौरान मेटलिंग की खराब हो रही है. ऐसे में लोगों व राहगीरों को सड़कों के किनारे खड़े होना भी मुश्किल हो गया है.