किन्नौरः जिला किन्नौर के पूह खण्ड के तहत जंगी में निजी कम्पनी का क्रेशर प्लांट कई वर्षों पहले सतलुज के बिल्कुल समीप लगाया गया है जो एनजीटी के आदेशों की अवहेलना करता दिख रहा है, जबकि एनजीटी के आदेशों के हिसाब से कोई भी क्रेशर प्लांट नदी तट के 100 मीटर ऊपरी तरफ व राष्ट्रीय उच्च मार्ग व दूसरे सड़कों से करीब 150 मीटर निचली तरफ होना चाहिए, लेकिन जंगी में क्रेशर प्लांट बिल्कुल नदी के समीप है, जिससे स्थानीय लोग परेशान हैं.
मौके का जायजा लेने का माइनिंग अधिकारी को दिए आदेश
डीसी किन्नौर हेमराज बैरवा ने कहा कि जंगी में स्थापित क्रेशर प्लांट की लीज पिछले वर्ष समाप्त हो चुका है. ऐसे में यदि जंगी में क्रेशर प्लांट में गुपचुप रूप से काम चल रहा है तो प्रशासन सख्त कार्रवाई करेगा. डीसी ने कहा कि क्रशर प्लांट के बारे में माइनिंग अधिकारी को मौके का जायजा लेने के आदेश दिए हैं, ताकि किसी प्रकार से नियमों की उल्लंघन न हो सके.
बताते चलें कि जिला के जंगी में क्रेशर प्लान लंबे समय से विवादों में रह है. वहीं, क्रेशर के काम के दौरान बड़े बड़े मशीनों के द्वारा धुंआ उड़ता है जो कि वातावरण को प्रदूषित करता है. ऐसे में देखा गया है कि पुलिस रेता ढोने पर आम आदमी का चलान करती है, लेकिन बड़े कम्पनियों पर कार्रवाई से दूरी बनाए रखती है.
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