किन्नौर: जिला किन्नौर के विधायक जगत सिंह नेगी ने रिकांगपिओ में प्रेसवार्ता कर कहा कि अब जिले में भी अन्य प्रदेशों की तरह धार्मिक चीजों से छेड़खानी की जा रही है. जिले के अंदर रिकांगपिओ मुख्य चौक पर बौद्ध धर्म के धर्मगुरुओं और स्थानीय लोगों के द्वारा कई वर्ष पूर्व दुंगयुर स्थापित किया था जिसे लोग आवाजाही के दौरान घुमाया करते थे. जिसे जिला के अंदर भी धार्मिक रूप से काफी शुद्ध और आस्था का केंद्र मानते हैं. लेकिन पुलिस प्रशासन की निगरानी में ही दुंगयुर को उखाड़ा गया है.
दुंगयुर हटाने से लोगों की आस्था के साथ खिलवाड़
विधायक जगत नेगी ने कहा कि जिले में पहली बार धर्म और लोगों की आस्था के साथ खिलवाड़ हुआ है. रिकांगपिओ के पास मुख्य चौक पर स्थापित बौद्ध धर्म मे दुंगयुर को बिना किसी के अनुमति के रातों रात उसके स्थान से उखाड़कर सड़क किनारे रखा गया है. जबकि दुंगयुर का बौद्ध धर्म में काफी बड़ा महत्व है और इसे एक जगह से दूसरे जगह स्थापित करने के लिए बड़े-बड़े बौद्ध धर्म के गुरुओं द्वारा अनुष्ठान करने के बाद ही हिलाया जा सकता है. यहां पर न ही कोई अनुष्ठान हुआ है और ना ही बौद्ध धर्म के गुरुओं को इसकी जानकारी है.
दुंगयुर रिकांगपिओ का मुख्य आकर्षण केंद्र
विधायक जगत नेगी ने कहा कि रिकांगपिओ के चौक पर स्थापित दुंगयुर से ट्रैफिक या लोगों को कोई और समस्या पैदा नहीं होती थी. यह धर्म के साथ रिकांगपिओ का मुख्य आकर्षण का केंद्र था. जहां जिला के बूढ़े बुजुर्ग इस दुंगयुर को खाली समय में घुमाते रहते थे, लेकिन आज प्रशासन की लापरवाही की चलते जिले में हजारों लोगों की धार्मिक भावनाओं के साथ खेला गया है.
कांग्रेस कमेटी ने जताई नाराजगी
विधायक किन्नौर जगत सिंह नेगी ने कहा कि जिला किन्नौर कांग्रेस कमेटी इस घटना का पुरजोर विरोध करती है. विधायक ने जिला के रिकांगपिओ से दुंगयुर को उखाड़ने के मामले पर नाराजगी जताते हुए इस तरह की घटनाओं को किसी के धर्मिक आस्थाओं को ठेस पहुंचाना भी बताया है.
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