किन्नौर: जनजातीय जिला किन्नौर के रारंग गांव में इन दिनों एनएच के कार्य के चलते लोगों के घरो में दरारें आने लगी है. जिससे ग्रामीण दहशत में जीने को मजबूर हो गए हैं. इस मामले को लेकर कुछ ग्रामीणों ने डीसी किन्नौर से सहायता की गुहार लगाई है.
रारंग गांव के स्थानीय निवासी रविन्द्र नेगी ने बताया कि एनएच-5 पक ठोपन के समीप इन दिनों बीआरओ सड़क निर्माण कर रहा है. इस दौरान अंधाधुंध ब्लास्टिंग के कारण रारंग गांव में कई ग्रामीणों के घरो में दरारें आई हैं. रविन्द्र नेगी ने कहा कि अंधाधुंध ब्लास्टिंग की वजह से उनके तीन मंजिला मकान में भी दरारें आने से परिवार के सदस्य भयभीत हैं.
रविन्द्र नेगी ने कहा कि इस मामले को लेकर कई बार पंचायत के प्रतिनिधियों को भी अवगत करवाया है, लेकिन वह इस मसले को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं. रविन्द्र नेगी ने कहा कि बीआरओ के अधिकारियों का कहना है कि सड़क निर्माण में ब्लास्टिंग करने के लिए पंचायत ने एनओसी दी है, लेकिन इसमें पूरे ग्रामीणों की सहमति पत्र भी नहीं है.
मामले को लेकर डीसी किन्नौर गोपालचन्द ने कहा कि इस संदर्भ में उन्हें शिकायत मिली है. वहीं, उन्होंने बीआरओ के ओसी को निर्देश दिए हैं कि वह रारंग गांव में जाकर पीड़ित परिवारों से मिलकर उनके नुकसान की भरपाई करे. डीसी किन्नौर ने कहा कि साथ ही बीआरओ को निर्देश दिए गए हैं कि अगर रारंग गांव में सड़क निर्माण के दौरान ब्लास्टिंग से ग्रामीणों के घरों को नुकसान पहुंच रहा है तो वह तुरंत ब्लास्टिंग को रोक दे या फिर ब्लास्टिंग को कम करे.
गौर रहे कि इन दिनों पोवारी से लेकर ऊपरी किन्नौर की तरफ बीआरओ की टीम सड़क को चौड़ा करने का काम कर रही है. इस दौरान सड़क को चौड़ा करने के लिए सड़क के आस-पास मौजूद चट्टानों को ब्लास्टिंग के माध्यम से तोड़ा जा रहा है.
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