ETV Bharat / state

तिब्बती समुदाय के युवाओं की बाइक रैली धर्मशाला से पहुंची किन्नौर, चीन के खिलाफ किया प्रदर्शन

धर्मशाला से तिब्बती समुदाय के युवा शुक्रवार को बाइक रैली के जरिए किन्नौर पहुंचे हैं. तिब्बती समुदाय के गोनपो ने कहा कि भारत मे रहने वाला हर तिब्बती समुदाय लोग चीन से आजादी चाहते हैं. चीन आजतक तिब्बत पर अधिपत्य जमाकर बैठा हुआ है और वहां के लोगों पर अत्याचार कर रहा है. इसी के विरोध में चीन के खिलाफ बाइक रैली के माध्यम से सांकेतिक विरोध प्रदर्शन किया गया है.

Bike rally of Tibetan community
Bike rally of Tibetan community
author img

By

Published : Nov 20, 2020, 5:21 PM IST

किन्नौरः धर्मशाला से तिब्बती समुदाय के युवा शुक्रवार को बाइक रैली के जरिए किन्नौर पहुंचे हैं. युवा जनजातीय जिला किन्नौर के चीन सीमा से लगते हुए क्षेत्र नेसङ्ग के लिए जा रहे हैं. युवाओं ने बताया कि उनका उद्देश्य चीन से तिब्बत की आजादी है और चीन के खिलाफ गलवान घाटी में हुए भारतीय सेना के साथ सीमा विवाद पर भी विरोध किया है.

धर्मशाला से रिकांगपिओ तक करीब 52 बाइक सवार व कुछ बड़े वाहनों में तिब्बती समुदाय व तिब्बती युवा कांग्रेस के सदस्यों ने चीन के खिलाफ इस रैली में भाग लिया. इस बारे में तिब्बती समुदाय के गोनपो ने कहा कि भारत मे रहने वाला हर तिब्बती समुदाय लोग चीन से आजादी चाहते हैं. चीन आजतक तिब्बत पर अधिपत्य जमाकर बैठा हुआ है और वहां के लोगों पर अत्याचार कर रहा है.

वीडियो.

ऐसे में हिमाचल के धर्मशाला से तिब्बती समुदाय के युवा कांग्रेस व दूसरे लोगों ने चीन के खिलाफ एक बाइक रैली के माध्यम से सांकेतिक विरोध प्रदर्शन किया है और चीन को तिब्बती समुदाय के लोगों पर अत्याचार रोकने के साथ भारत सरकार से भी तिब्बत की आजादी में सहायता मांगी जा रही है.

उन्होंने कहा कि तिब्बती समुदाय के पास केवल भारत सरकार ही आजादी दिलाने का विकल्प है और आज किन्नौर चीन सीमा नेसङ्ग पर चीन के खिलाफ बाइक रेली से सांकेतिक प्रदर्शन किया जाएगा ताकि चीन को तिब्बती समुदाय द्वारा किये गए प्रदर्शन से फर्क पड़ सके.

गोनपो ने कहा कि सन 1970 में तिब्बती समुदाय का गठन भारतवर्ष में हुआ है जिसके बाद तिब्बती समुदाय के लोग लगातार अपने देश की आजादी को लेकर जद्दोजहद कर रहे हैं. वहीं, भारत में रहने वाले तिब्बती समुदाय के लोग भी तिब्बत की अजादी व उनके देश को जल्द से आजादी दिलाने के प्रयास कर रहे हैं और जल्द ही भारत सरकार व तिब्बती समुदाय के लोग व भारत मे स्थित तिब्बती सरकार इस पर विचार विमर्श कर तिब्बत को आजादी दिलाने की कोशिश करेगी.

ये भी पढ़ें- किन्नौर में ड्राई फ्रूट्स के कारोबार में मंदी, व्यापारियों ने GST में छूट की उठाई मांग

किन्नौरः धर्मशाला से तिब्बती समुदाय के युवा शुक्रवार को बाइक रैली के जरिए किन्नौर पहुंचे हैं. युवा जनजातीय जिला किन्नौर के चीन सीमा से लगते हुए क्षेत्र नेसङ्ग के लिए जा रहे हैं. युवाओं ने बताया कि उनका उद्देश्य चीन से तिब्बत की आजादी है और चीन के खिलाफ गलवान घाटी में हुए भारतीय सेना के साथ सीमा विवाद पर भी विरोध किया है.

धर्मशाला से रिकांगपिओ तक करीब 52 बाइक सवार व कुछ बड़े वाहनों में तिब्बती समुदाय व तिब्बती युवा कांग्रेस के सदस्यों ने चीन के खिलाफ इस रैली में भाग लिया. इस बारे में तिब्बती समुदाय के गोनपो ने कहा कि भारत मे रहने वाला हर तिब्बती समुदाय लोग चीन से आजादी चाहते हैं. चीन आजतक तिब्बत पर अधिपत्य जमाकर बैठा हुआ है और वहां के लोगों पर अत्याचार कर रहा है.

वीडियो.

ऐसे में हिमाचल के धर्मशाला से तिब्बती समुदाय के युवा कांग्रेस व दूसरे लोगों ने चीन के खिलाफ एक बाइक रैली के माध्यम से सांकेतिक विरोध प्रदर्शन किया है और चीन को तिब्बती समुदाय के लोगों पर अत्याचार रोकने के साथ भारत सरकार से भी तिब्बत की आजादी में सहायता मांगी जा रही है.

उन्होंने कहा कि तिब्बती समुदाय के पास केवल भारत सरकार ही आजादी दिलाने का विकल्प है और आज किन्नौर चीन सीमा नेसङ्ग पर चीन के खिलाफ बाइक रेली से सांकेतिक प्रदर्शन किया जाएगा ताकि चीन को तिब्बती समुदाय द्वारा किये गए प्रदर्शन से फर्क पड़ सके.

गोनपो ने कहा कि सन 1970 में तिब्बती समुदाय का गठन भारतवर्ष में हुआ है जिसके बाद तिब्बती समुदाय के लोग लगातार अपने देश की आजादी को लेकर जद्दोजहद कर रहे हैं. वहीं, भारत में रहने वाले तिब्बती समुदाय के लोग भी तिब्बत की अजादी व उनके देश को जल्द से आजादी दिलाने के प्रयास कर रहे हैं और जल्द ही भारत सरकार व तिब्बती समुदाय के लोग व भारत मे स्थित तिब्बती सरकार इस पर विचार विमर्श कर तिब्बत को आजादी दिलाने की कोशिश करेगी.

ये भी पढ़ें- किन्नौर में ड्राई फ्रूट्स के कारोबार में मंदी, व्यापारियों ने GST में छूट की उठाई मांग

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.