किन्नौर: जनजातीय जिला किन्नौर में सेब की फ्लॉवरिंग शुरू हो गई है और कई इलाकों में सेब की फ्लॉवरिंग अंतिम चरण पर है, लेकिन बागवानी विभाग की तरफ से अब तक किन्नौर में पॉलीनेशन के लिए मधुमखियों की पेटियां नहीं पहुंचाई गयी हैं. इसके चलते सैकड़ो बागवानों को इसका खामिजा भुगतना पड़ सकता है.
डीसी किन्नौर ने कहा कि किन्नौर में नकदी फसल सेब की फ्लॉवरिंग शुरू हो चुकी है. ऐसे में पॉलीनेशन के लिए मधुमक्खी परागकणों में बैठकर फसल के लिए अहम भूमिका निभाती है. इसके लिए बागवानी विभाग किन्नौर के उपनिदेशक को जल्द ही मधुमखियों की पेटियां मंगवाने के आदेश दे दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के चलते अगर बागवानी विभाग को बाहरी राज्यों से मधुमखियों को किन्नौर लाने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा हैं. ऐसे में विभाग जिला प्रशासन से अनुमति ले सकते हैं.
सेब की पॉलीनेशन के लिए उपलब्ध नहीं मधुमक्खियां, बाग
किन्नौर में सेब की फ्लॉवरिंग शुरू हो गई है, लेकिन लॉकडाउन के चलते बागवानी विभाग किन्नौर को जिला में मधुमखियों की पेटियां लाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. इसके चलते सेब की फ्लॉवरिंग में पॉलीनेशन की भारी समस्या पैदा हो सकती है और बागवानों को परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है.
किन्नौर: जनजातीय जिला किन्नौर में सेब की फ्लॉवरिंग शुरू हो गई है और कई इलाकों में सेब की फ्लॉवरिंग अंतिम चरण पर है, लेकिन बागवानी विभाग की तरफ से अब तक किन्नौर में पॉलीनेशन के लिए मधुमखियों की पेटियां नहीं पहुंचाई गयी हैं. इसके चलते सैकड़ो बागवानों को इसका खामिजा भुगतना पड़ सकता है.
डीसी किन्नौर ने कहा कि किन्नौर में नकदी फसल सेब की फ्लॉवरिंग शुरू हो चुकी है. ऐसे में पॉलीनेशन के लिए मधुमक्खी परागकणों में बैठकर फसल के लिए अहम भूमिका निभाती है. इसके लिए बागवानी विभाग किन्नौर के उपनिदेशक को जल्द ही मधुमखियों की पेटियां मंगवाने के आदेश दे दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के चलते अगर बागवानी विभाग को बाहरी राज्यों से मधुमखियों को किन्नौर लाने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा हैं. ऐसे में विभाग जिला प्रशासन से अनुमति ले सकते हैं.