धर्मशाला: कांगड़ा जिला के मुख्यालय धर्मशाला में जिला पंचायत राज कार्यालय के बाहर मंगलवार को जिला परिषद सदस्य जोगिंद्र सिंह पंकु कांगड़िया और रविंद्र कुमार अनशन पर बैठे हैं. जिला परिषद सदस्य का कहना है की पिछले एक वर्ष से लगातार हमें जिला हेडक्वार्टर के बार-बार चक्कर लगाने पड़ रहे हैं. जिसका मुख्य कारण बजट का जारी न हो पाना है. उन्होंने कहा कि जिला कांगड़ा में कई पंचायतों में वर्तमान में वार्षिक बजट प्लान 2023 व 24 चला हुआ है परंतु अभी तक विभाग की और से उन्हें पिछले साल का बजट यानी 2022-2023 का भी बजट जारी नहीं किया गया है.
जिला परिषद सदस्य जोगिंद्र सिंह पंकु कांगड़िया ने कहा कि बजट जारी न होने के कारण उनके क्षेत्र की कई पंचायतों में विकास कार्य निलंबित पड़े हुए हैं और उनकी इस समस्या को बार-बार आश्वासन मात्र से अनसुना किया जा रहा है. जिसको लेकर आज उनके द्वारा पंचायती राज कार्यालय के बाहर इसके विरोध में अनशन किया जा रहा है. साथ ही उन्होंने कहा कि बजट जारी न होने का मुख्य कारण अधिकारियों की नलायकी का सबूत देती है, क्योंकि केन्द्र से बजट भेज दिया गया है. बस जिला परिषदों को ही बजट जारी नहीं किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि यदि उनकी समस्या का समाधान नहीं किया जाता है तो कार्यालय के बाहर वह अनशन पर बैठे रहने के लिए मजबूर होंगे.
पंकु कांगड़िया ने कहा की वह पिछले एक साल से कार्यालय के चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन अधिकारियों के उदासीन रवैये के कारण आज तक बजट का प्रावधान नहीं किया गया. उन्होंने कहा कि वर्ष 2022-23 में लगभग 10 करोड़ 31 लाख 62 हजार का बजट केंद्र सरकार द्वारा जारी किया गया है. उन्होंने कहा कि इस कार्यालय में लगभग 12 कर्मचारी कार्य कर रहे हैं, उसके बाबजूद भी उनका बजट का कार्य अधर में लटका हुआ है. उन्होंने कहा कि बीते दिसंबर महीने तक 8 करोड़ के करीब केंद्र सरकार द्वारा किश्त इस कार्यलय को जारी की जा चुकी है, लेकिन फिर भी अभी तक उनके क्षेत्र का बजट जारी नहीं किया गया है.
ये भी पढे़ं: coronavirus in Kangra: 366 पहुंचा कोरोना संक्रमित मरीजों का आंकड़ा, 4 की गई जान