धर्मशाला: विश्व प्रसिद्ध वेटलैंड साइट पौंग डैम में पर्यटन गतिविधियां एक बार फिर से बंद कर दी गई हैं. विदेशी परिंदों की मौत के बाद वन्य प्राणी विभाग ने यह निर्णय लिया है. पौंग बांध जलाशय में पिछले साल भी बर्ड फ्लू फैला था. इसकी वजह से विदेशी परिंदों की मौत हुई थी. पिछले साल दिसंबर माह में ऐसे मामले सामने आए थे, उस समय इस स्थिति को कंट्रोल कर लिया गया था, लेकिन उस दौरान 5002 विदेशी परिंदों की मौत हुई थी.
विदेशी परिंदों की मौत का आंकड़ा 5048
वन्य प्राणी विभाग जिला कांगड़ा की मुख्य अरण्यपाल उपासना पटियाल ने कहा कि अब फिर से विदेशी परिंदों की मौत के चलते अब यह आंकड़ा 5048 तक पहुंच गया है. उन्होंने कहा कि अब दोबारा मामले सामने आ रहे हैं. 31 मार्च को 10 पक्षियों की मौत हो चुकी है. फिर से विदेशी परिंदों के मरने के चलते हाल ही में डीएफओ वाइल्ड लाइफ हमीरपुर ने नगरोटा सूरियां और धमेटा रेंज से सेंपल कलेक्ट करके जांच के लिए जालंधर भेजे थे. उनमें से 4 सेंपल निगेटिव आए हैं, जबकि गुगलाहड़ा का एक फिकल सेंपल पॉजिटिव आया है.
लैब की ओर से एच5एन1 स्ट्रेन बताई गया है. इसके चलते वन्य प्राणी विभाग ने एहतियातन वाइल्ड लाइफ एरिया को पर्यटकों के लिए बंद कर दिया है. वहीं इस संबंध में पीसीसी वाइल्ड लाइफ की ओर से भी नोटिस आ गया है.
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कमेटी कर रही निगरानी
मुख्य अरण्यपाल वन्य प्राणी विभाग उपासना पटियाल ने कहा कि जैसे पूर्व में विदेशी परिंदों की मौत पर निगरानी कमेटी काम कर रही थी, उसी तरह फिर से कमेटी ने काम शुरू कर दिया है और पूरे एरिया की निगरानी की जा रही है. साथ ही पक्षियों की भी प्रतिदिन गणना की जा रही है. मृत पक्षियों को पशुपालन विभाग एच5एन1 के प्रोटोकॉल के तहत डिस्पॉज आफ कर रहा है. उन्होंने कहा कि जो सेंपल जालंधर भेजे गए थे, वहां से उन्हें भोपाल भेजा गया है, जिनकी रिपोर्ट आना अभी बाकी है.
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