कांगड़ा/बैजनाथ: बैजनाथ पपरोला नगर पंचायत ग्रामीण क्षेत्रों के लोग 15 सितंबर को माननीय राज्यपाल को उपमंडल अधिकारी बैजनाथ के माध्यम से ज्ञापन सौंपेंगे, यह बात पूर्व जिला परिषद सदस्य एवं लोक सेवा मंच के संयोजक तिलक राज ने कही. तिलक राज ने कहा कि जिला परिषद ग्रामीणों को गुमराह कर रहा है, जिसके चलते अब प्रशासन के आगे गुहार लगाई जाएगी.
तिलक राज ने कहा कि जिस समय से नगर पंचायत बैजनाथ पपरोला का गठन किया जा रहा था, उस समय से ग्रामीण क्षेत्र गणखेतर, बुहली कोठी, पंडतेहड, उस्तेहड, घिरथौली और पपरोला खास के लोग नगर पंचायत के गठन के हक में नहीं थे क्योंकि इन गांवों का लगभग 90 प्रतिशत क्षेत्र कृषि योग्य है.
तिलक राज ने कहा कि ग्रामीणों के विरोध के बावजूद पूर्व में कांग्रेस की सरकार थी उस समय की विधायक ने लोगों को नगर पंचायत की सौगात दे दी, लेकिन जिस समय लोगों ने विरोध किया और न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था तो पूर्व विधायक ने समाचार पत्रों के माध्यम से लोगों को आश्वासन देना शुरू कर दिया था. तिलक राज ने कहा कि 2017 में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी तो वर्तमान विधायक ने भी लोगों को नगर पंचायत से ग्रामीण क्षेत्रों को अलग करने की बात समाचार पत्रों के माध्यम से कही थी.
तिलक राज ने कहा कि वर्तमान विधायक व पूर्व विधायक दोनों ही विधानसभा में नगर पंचायत से ग्रामीण क्षेत्रों को अलग करने की बात नहीं रख पाए हैं. जिसके कारण आज ग्रामीण क्षेत्र की जनता अपने कई अधिकारों से वंचित है. ग्रामीणों का रोजगार का माध्यम मनरेगा समाप्त, लाइटों की व्यवस्था व पानी की व्यवस्था नहीं है, रास्तों की कोई व्यवस्था नहीं है, सफाई की कोई व्यवस्था नहीं है.