धर्मशाला: तिब्बती महिला संघ ने तिब्बत में चीन द्वारा कोविड-19 के प्रसार को लेकर अमानवीय रवैये की कड़ी निंदा की है. इसी कड़ी में संघ ने धर्मशाला के मैक्लोडगंज के मुख्य चौक पर चीन के विरोध में कैंडल जुलूस निकाला. इस मौके पर तिब्बती महिला संघ की कार्यकर्ता तेनजिन यिंगसेल ने कहा कि चीनी सरकार के अधिकारी तिब्बती सांस्कृतिक पहचान को कुचलने के लिए कोविड प्रतिबंधों का दुरुपयोग कर रहे हैं. आमतौर पर तिब्बत कोविड-19 नियमों का पालन कर घरों के भीतर ही रह रहे हैं. (Tibetan protest in Dharamshala) (Tibetan candle march in Dharamshala)
कोविड-19 प्रतिबंधों के दौरान तिब्बतियों ने तिब्बत में बड़ी संख्या में आत्महत्याएं की हैं और मौजूदा समय में तिब्बत में तिब्बतियों की स्थिति सबसे खराब है. तिब्बती महिला संघ की एक अन्य कार्यकर्ता वांग्मो ने कहा कि चीन द्वारा तिब्बत में तिब्बतियों के मौलिक अधिकारों का लगातार हनन किया जा रहा है और चीन सैन्य ताकत तिब्बत मठों को निशाना बना रहे हैं.
उन्होंने कहा चीन द्वारा तिब्बती लोगों के खिलाफ बेवजह मामले दर्ज कर उन्हे जेलों में बंद किया जा रहा है. वांग्मो ने कहा कि चीन द्वारा जबरन उन के देश तिब्बत पर कब्जा किया हुआ है और इसी का फायदा उठाते हुए चीन तिब्बत में तिब्बती लोगों व तिब्बती संसकृति को भी कुचलने का प्रयास कर रहा है. (Tibetan protest in Dharamshala) (Tibetan candle march in Dharamshala)
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