धर्मशाला: जिला सहंग्रालय में असरोपा दक्षिण कोरिया के सहयोग से तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय चित्रकला प्रदर्शनी का आयोजन किया गया था, जिसका आज शनिवार को समापन हो गया. इस अंतरराष्ट्रीय चित्रकला में तीन भारतीय आर्टिस्ट व 49 विदेशी आर्टिस्टों ने भाग लिया. इस दौरान लगभग 200 के करीब स्थानीय लोगों के साथ पर्यटक ने भी इस अंतरराष्ट्रीय चित्रकला को देखा. धर्मशाला जिला सहंग्रालय की क्यूरेटर रीतू मलकोटिया ने बताया कि इससे पहले भी यहां चित्रकला का आयोजन किया जाता रहा है, जिसमे कई आर्टिस्ट भाग लेते हैं.
रीतू मलकोटिया ने कहा ने बताया कि इस अंतरराष्ट्रीय चित्रकला के दौरान 52 चित्र जिला संग्रहालय में प्रदर्शित किए गए थे. इसमें से तीन भारतीय व 49 विदेशी असर्टिस्ट थे, जिनकी पेंटिंग्स को इस प्रदर्शनी में लगाया गया था. उन्होंने बताया कि असरोपा दक्षिण कोरिया के माध्यम से विदेशी आर्टिस्टों ने चित्रकला में भाग लिया. लोगों ने इस चित्रकला की प्रशंसा की. उन्होंने बताया कि इस तरह के आयोजनों से जहां एक दूसरे आर्टिस्ट से सीखने का मौका मिलता है . वहीं, बच्चो में भी चित्रकला को लेकर जिज्ञासा बढ़ती है.
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उन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजनों से कांगड़ा में टूरिजम को भी बढ़ावा मिलता है. पर्यटकों को भी इस चित्रकला को नजदीक से देखने का मौका प्राप्त होता है. इस दौरान धर्मशाल के आर्टिस्ट बलवंत सिंह बलोरिया ने कहा कि इस तरह के आयोजन को लेकर आर्टिस्टों को सरकार की ओर से किसी भी तरह का सहयोग प्राप्त नहीं होता है. उन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजन करवाने के लिए आर्टिस्टों को अपनी जेब से ही पैसे खर्च करने पड़ते हैं. (three day international painting exhibition) (international painting exhibition in Dharamshala)
धर्मशाला काॅलेज में अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन: राजकीय डिग्री काॅलेज धर्मशाला के त्रिगर्त सभागार में आज शनिवार को अंतरराष्ट्रीय बहु विषयक संगोष्ठी का आयोजन किया गया. इस संगोष्ठी में प्रदेशभर के महाविद्यालयों आए हुए 150 के करीब प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया. कार्यक्रम में सरदार वल्लभभाई पटेल विश्वविद्यालय मंडी के कुलपति डॉ. देवदत्त शर्मा ने मुख्य अतिथि के रtप में शिरकत की.
देश-विदेश के विद्वानों ने रखे अपने विचार: इस अवसर पर अमेरिका से डाॅ. क्रिश्चियन जेम्स माॅर्गन, नेपाल से विवेक दत्ता और इटली से नीरज जोली ने रिसोर्स पर्सन के रूप में अपने विचारों को प्रतिभागियों से साझा किया. संगोष्ठी में तकनीकी सत्रों का आयोजन भी किया गया, जिसमें प्रदेशभर के महाविद्यालय से आए हुए प्रवक्ताओं और शोधकर्ताओं ने अपने विचार रखे. प्राचार्य डॉ. राजेश कुमार (संरक्षक) के नेतृत्व में डॉक्टर अजय सिंह कटोच एसोसिएट प्रोफेसर (कांफ्रेंस कन्वीनर), डॉ. संजय पठानिया एसोसिएट प्रोफेसर (कांफ्रेंस कोऑर्डिनेटर), डॉ. अमित कटोच (कॉन्फ्रेंस सचिव) और डॉ. अखिल गौतम ने कन्वीनर ऑर्गेनाइजिंग समिति के रूप में कार्यक्रम का संचालन किया. संगोष्ठी में सार पुस्तक का भी विमोचन किया गया. महाविद्यालय के शिक्षक एवं गैर शिक्षक वर्ग ने संगोष्ठी को सफल बनाने में अपना अहम योगदान दिया.