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शांता कुमार के नाम से जाना जाता है कांगड़ा, कांग्रेसी अपने फायदे के लिए करते हैं राजनीति: सत्ती

सतपाल सत्ती ने कांग्रेसी नेताओं पर क्षेत्रवाद फैलाने और अपने फायदे के लिए राजनीति करने का आरोप लगाया है. वहीं, पूर्व सीएम शांता कुमार को कांगड़ा का जनक बताया.

फाइल फोटो
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Published : Oct 18, 2019, 7:23 PM IST

धर्मशाला: बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतपाल सत्ती ने कांग्रेस के बागी नेताओं पर हमला बोलते हुए कहा कि कांगड़ा जिला का विकास पूर्व सीएम शांता कुमार की वजह से हुआ है और कांग्रेसी नेता जिलाभर में क्षेत्रवाद फैलाकर नारे लगाते हुए शिमला पहुंचते हैं.

सत्ती ने कहा कहा कि इसका जवाब नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री को देना चाहिए. उन्होंने कहा कि धर्मशाला में क्रिकेट स्टेडियम से लेकर अन्य शैक्षणिक संस्थानों का निर्माण भाजपा ने करवाया है. ऐसे में जब भी धर्मशाला में अंतरराष्‍ट्रीय क्रिकेट मैच होता है तो कांग्रेसी पहले विरोध करते हैं और बाद में मैच के लिए पास भी मांगते हैं.

वीडियो.

धर्मशाला स्मार्ट सिटी के विकास कार्यों में देरी को लेकर सत्ती ने बयान दिया कि शहर में कांग्रेस समर्थित नगर निगम है. उन्होंने कहा कि नगर निगम में अगर बीजेपी होती तो ये विकास कार्य के काम अधर में नहीं लटकते.

सत्ती ने इस दौरान कहा कि धर्मशाला से आजाद प्रत्याशी राकेश चौधरी का प्रचार किया जा रहा है कि वो भाजपा का बागी नेता है, लेकिन अभी डेढ़ माह पहले ही उन्हें भाजपा की मेंबरशिप मिली थी. टीकट न मिलने पर वे आजाद प्रत्याशी के तौर पर धर्मशाला सीट से चुनाव लड़ रहे हैं.

पच्छाद से आजाद चुनाव लड़ रही दयाल प्यारी के बारे में सत्ती ने कहा कि कोई भी कार्यकर्ता इस गलतफहमी में न रहे कि मुझे टिकट मिला तो भाजपा के साथ हूं और नहीं मिला तो वो पार्टी के छोड़ देंगे. ये धंधा भाजपा में नहीं चलेगा.

धर्मशाला: बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतपाल सत्ती ने कांग्रेस के बागी नेताओं पर हमला बोलते हुए कहा कि कांगड़ा जिला का विकास पूर्व सीएम शांता कुमार की वजह से हुआ है और कांग्रेसी नेता जिलाभर में क्षेत्रवाद फैलाकर नारे लगाते हुए शिमला पहुंचते हैं.

सत्ती ने कहा कहा कि इसका जवाब नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री को देना चाहिए. उन्होंने कहा कि धर्मशाला में क्रिकेट स्टेडियम से लेकर अन्य शैक्षणिक संस्थानों का निर्माण भाजपा ने करवाया है. ऐसे में जब भी धर्मशाला में अंतरराष्‍ट्रीय क्रिकेट मैच होता है तो कांग्रेसी पहले विरोध करते हैं और बाद में मैच के लिए पास भी मांगते हैं.

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धर्मशाला स्मार्ट सिटी के विकास कार्यों में देरी को लेकर सत्ती ने बयान दिया कि शहर में कांग्रेस समर्थित नगर निगम है. उन्होंने कहा कि नगर निगम में अगर बीजेपी होती तो ये विकास कार्य के काम अधर में नहीं लटकते.

सत्ती ने इस दौरान कहा कि धर्मशाला से आजाद प्रत्याशी राकेश चौधरी का प्रचार किया जा रहा है कि वो भाजपा का बागी नेता है, लेकिन अभी डेढ़ माह पहले ही उन्हें भाजपा की मेंबरशिप मिली थी. टीकट न मिलने पर वे आजाद प्रत्याशी के तौर पर धर्मशाला सीट से चुनाव लड़ रहे हैं.

पच्छाद से आजाद चुनाव लड़ रही दयाल प्यारी के बारे में सत्ती ने कहा कि कोई भी कार्यकर्ता इस गलतफहमी में न रहे कि मुझे टिकट मिला तो भाजपा के साथ हूं और नहीं मिला तो वो पार्टी के छोड़ देंगे. ये धंधा भाजपा में नहीं चलेगा.

Intro:धर्मशाला- भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतपाल सत्ती ने कहा कि कांगड़ा जिला को नाम शांता कुमार की वजह से मिला है, कांग्रेसियों के कारण नहीं। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस के लोग तो क्षेत्रवाद फैलाकर कांगड़ा मुर्दाबाद के नारे लगाते शिमला में लगाते हैं, नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्रिहोत्री को इसका जवाब देना चाहिए। सत्ती ने कहा कि जब ध्वाला को जबरदस्ती उठाकर ले गए थे, उस समय कांगड़ा, हमीरपुर, बिलासपुर, ऊना के लोगों की पिटाई हुई थी। कांग्रेस के लोगों को इसका जवाब देना चाहिए कि इन्हें कांगडिय़ों से कितना प्यार है, हम सब जानते हैं। सत्ती ने आरोप लगाया कि धर्मशाला में स्टेडियम का जहां एक तरफ कांग्रेस के लोग विरोध करते हैं, वहीं मैच देखने के लिए वो पास भी मांगते हैं, यह दो मुंहे लोग हैं कि विरोध भी करो और खाते भी जाओ। धर्मशाला को स्मार्ट सिटी के कार्यों को आगे बढ़ाने में अगर दिक्कत रही है तो उसका कारण कांग्रेस समर्थित नगर पालिकाएं हैं। नगरपालिका हमारी होती तो हम बताते कि काम कैसे होता है, आज ढाई सौ करोड़ अनस्पेंट पैसा पड़ा है।




Body:सत्ती ने कहा कि धर्मशाला से आजाद प्रत्याशी राकेश चौधरी का प्रचार किया जा रहा है कि वो भाजपा के बागी हैं, जबकि डेढ़ माह पहले उनकी भाजपा में मेंबरशिप हुई है। वही आजाद प्रत्याशी 25 सालों से कांग्रेस का काम करते रहे हैं। सत्ती ने आरोप लगाया कि राकेश चौधरी भाजपा के नहीं, बल्कि कांग्रेस के बागी उम्मीदवार हैं। वो भाजपा में टिकट लेने आए थे, चार दिन रहे और फिर वापिस चले गए। ऐसे लोग मौकापरस्तों की टोली होती है, जो कि जातिवाद का सहारा लेकर देश को पाषाण युग में ले जाना चाहते हैं।




Conclusion:पच्छाद से आजाद चुनाव लड़ रही दयाल प्यारी के बारे में सत्ती ने कहा कि कोई भी कार्यकर्ता इस गलतफहमी में न रहे कि मुझे टिकट मिला तो भाजपा के साथ हूं और नहीं मिला तो मैं दूसरों के साथ हूं। यह धंधा भाजपा में नहीं चलेगा। धर्मशाला में सात लोग टिकट चाहते थे वो पार्टी के साथ चल रहे हैं, पच्छाद में भी 5 टिकट चाहते थे, वो भी पार्टी के साथ हैं। सत्ती ने कहा कि दयालप्यारी भाजपा की वजह से ही जिला पार्षद है और उन्हें जिला सिरमौर का जिला परिषद चेयरमैन भी भाजपा के कारण ही बनाया गया था।

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