कांगड़ा: पालमपुर उपमंडल की पंचायत द्रोगणु के गांव सुकैडी (ज्युन) में दशकों से कच्ची और खराब सड़क होने से लोगों को आए दिन समस्याओं को सामना करना पड़ता है. गौर करने वाली बात यह भी है कि ये गांव शौर्य चक्र विजेता शहीद रविकांत का पैतृक गांव है.
पालमपुर से नगरी वाया कंडी सुकैड़ी होते हुए मुख्य सड़क से इस गांव के लिए लिंक सड़क कटती है. जो की लगभग 1 किलोमीटर कच्ची पक्की है और उसके आगे लगभग 300 मीटर बिलकुल कच्ची है. इस 300 मीटर कच्ची सड़क से आगे डंगे तो लगवाए गये हैं लेकिन सड़क नहीं है. यहां से आगे लोगों को अपने घरों तक पहुंचने के लिए 1 से 2 किलोमीटर तक पैदल सफर करना पड़ता है. ऐसे में हर विभाग की चौखट खटखटा चुके क्षेत्र वासी दशकों से निराश और मजबूर हैं और जब बारिश होती है तो लोगों और ज्यादा समस्या होती है.
स्थानीय महिला मंडल की प्रधान रक्षा देवी ने कहा कि जहां आज के इस दौर में स्कूल की गाड़ियां बच्चों को घर से लाती और ले जाती हैं हमारे लिए नन्हे बच्चों को सुबह और शाम को मुख्य सड़क तक पहुंचाना बहुत बड़ी चुनौती है. वहीं, स्थानीय निवासी लता देवी कहा कि सड़क की समस्या को लेकर हर जगह बता चुके हैं, लेकिन आज तक सड़क ठीक नहीं हुई है. लता देवी ने कहा कि हमारी मुख्यमंत्री से हमारी मांग है कि सड़क को जल्द ठीक करवाया जाए.
जब इस बारे विधायक अशीष बुटेल से सम्पर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि सड़क की मरम्मत के कार्य को अवार्ड कर दिया गया है और गर्मियों में सड़क की टायरिंग की जाएगी.
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