कांगड़ा/धर्मशाला: पर्यटन नगरी धर्मशाला में होने जा रही इन्वेस्टर मीट को लेकर शहर के कई कारोबारियों ने सरकार को घेरना शुरू कर दिया है. मैक्लोडगंज के होटल कारोबारी रामस्वरूप शर्मा ने आरोप लगाया कि प्रदेश सरकार इन्वेस्टर मीट की आड़ में धर्मशाला में फाइव स्टार कल्चर को बढ़ावा देना चाहती है.
होटल कारोबारियों ने धर्मशाला में प्रेसवार्ता के दौरानकहा कि वो भी चाहते हैं की प्रदेश में इन्वेस्टर्स आएं, लेकिन इन्वेस्टर्स सिर्फ प्रदेश में रोप-वे, पार्किंग और सड़कों का निर्माण करें. होटल कारोबारियों ने प्रदेश सरकार से मांग की है कि इन्वेस्टर मीट में कोई भी इन्वेस्टर सरकार से फाइव स्टार होटल निर्माण के लिए भूमि मांगें तो सरकार इस पर अपनी सहमति ना दे. सरकार फाइव स्टार कल्चर के बजाय लोकल पर्यटन को बढ़ावा देने की ओर कदम बढ़ाए.
होटल कारोबारियों ने कहा कि पर्यटन उद्योग को खड़ा कर स्थानीय लोगों को रोजागार देने वाले स्थानीय पर्यटन उद्यमियों की समस्याओं का समाधान सरकार को प्राथमिकता के आधार पर करना चाहिए.
Body:ऐसे में यहां पर फाइव स्टार कल्चर को बढ़ावा देना उचित नहीं होगा। उन्होंने कहा कि इन्वेस्टर मीट में यदि कोई इन्वेस्टर सरकार से फाइव स्टार होटल निर्माण के लिए भूमि मांगें तो सरकार भूमि न दे। उन्होंने सरकार से मांग की है कि सरकार फाइव स्टार कल्चर के बजाय लोकल पर्यटन को बढ़ावा दे। इस अवसर पर मैक्लोडगंज व धर्मशाला के होटल कारोबारी उपस्थित रहे।
Conclusion:रामस्वरूप शर्मा ने कहा कि सरकार को चाहिए कि जिन्होंने प्रदेश में पर्यटन उद्योग को खड़ा किया है, उनकी समस्याओं पर सरकार ध्यान दे। होटल उद्योग क्षेत्र में सरकार को इन्फ्रास्ट्रक्चर उपलब्ध करवाना होगा। इन्वेस्टर यहां आए और आधारभूत ढांचा विकसित करें। रोप-वे बनाएं, पार्किंग बनाएं, सड़कें बनाएं तो हम उनका स्वागत करेंगे। रामस्वरूप ने कहा कि स्थानीय पर्यटन उद्यमी जिन्होंने पर्यटन उद्योग को खड़ा करके स्थानीय लोगों को रोजगार दिया है, उनकी समस्याओं का समाधान प्राथमिकता के आधार पर करे। इन्वेस्टर मीट के दौरान यह सामने आ जाएगा कि सरकार पर्यटन उद्योग के प्रति कितनी सजग है।