ज्वालामुखी/कांगड़ा: ज्वालामुखी उपमंडल की कमलोटा पंचायत के हेमराज का बीपीएल सूची से नाम कटवाने के बाद इस परिवार पर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा है. हेमराज की पत्नी कैंसर से पीड़ित हैं.
बीपीएल में नाम दर्ज होने पर उनकी दवाइयों में सरकार की ओर से छूट मिलती थी, लेकिन अब बीपीएल से नाम कटने के बाद उन्हें अब ये सुविधाएं नहीं मिल रही हैं. हेमराज का कहना है कि इस मुसीबत की घड़ी में पंचायत को उसकी मदद करनी चाहिए थी, लेकिन पंचायत ने उनका सहयोग करने की बजाए बीपीएल से नाम काटकर तमाम सुविधाएं बंद कर दीं हैं. इसके कारण उनके परिवार को कई दिक्कतें पेश आ रही है.
हेमराज का कहना है कि बीपीएल सूची में होने पर उनकी कैंसर पीड़ित पत्नी चंचला देवी की दवाइयों में भी 10-20% छूट मिल जाती थी, लेकिन अब ये सुविधाएं नहीं मिल रही हैं. उन्होंने कहा कि बीमारी से पीड़ित पत्नी को महीने में दो बार शिमला ले जाना पड़ता है. इसके लिए एचआरटीसी ने शिमला आने जाने के लिए बकायदा फ्री पास दे रखा है.
पेंटर का काम करने वाले हेमराज का एक्सीडेंट हो जाने के कारण पिछले करीब 15 सालों से वे कोई काम नहीं करते हैं. अब वे अपने पर ही आश्रित हैं. हेमराज के बेटे गुरमीत कुमार का कहना है कि मनरेगा में भी दिहाड़ी लगाकर परिवार का खर्चा पूरा नहीं होता है. इसलिए बाहर मजदूरी करनी पड़ती है.
वहीं, हेमराज ने राज्य योजना बोर्ड के उपाध्यक्ष और ज्वालामुखी विधायक रमेश ध्वाला से उन्हें प्रताड़ित कर बीपीएल सूची से बाहर करने की निष्पक्ष जांच करवाने का आग्रह किया है. वहीं, पंचायत प्रधान अजय कुमार का कहना है कि हेमराज के परिवार से मनरेगा में मजदूरी न होने के कारण ही बीपीएल सूची से उनका नाम काटा गया है.
ये भी पढ़ें: बीच रास्ते में खड़ी होकर दहाड़ रही है शेरनी, ज्वालामुखी का बताकर धड़ल्ले से शेयर हो रहा वीडियो