धर्मशाला: हिमाचल प्रदेश में आसमान से बरस रही आफत ने स्थिति भयावह कर दी है. नदियां- नाले जहां पूरे उफान पर हैं वहीं, पौंग बांध के जलस्तर में अधिक वृद्धि दर्ज की गई है. बांध प्रबंधन सूत्रों के अनुसार, जलस्तर खतरे के निशान 1390 फीट तक पहुंच चुका है. बांध प्रबंधन बोर्ड द्वारा जलस्तर बारे जारी की गई सूचना के अनुसार बांध में सुबह 8 बजे पानी की आमद 5.13 लाख क्यूसेक से अधिक दर्ज की गई है और निरंतर हो रही भारी बारिश से पानी की आमद में और अधिक वृद्धि होने का अनुमान है.
डैम से छोड़ा गया 68 हजार क्यूसेक पानी: दरअसल, सोमवार को शाम 2 बजे 60 हजार क्यूसेक, 3 बजे 65 हजार क्यूसेक तथा 4 बजे 68 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया. इसके बाद शाम 3 बजे 70 हजार क्यूसेक, 4 बजे 80 हजार क्यूसेक, 5 बजे 90 हजार क्यूसेक तथा 6 बजे एक लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने की संभावना जताई गई है. सूत्रों की मानें तो यदि पानी की आमद में निरंतर वृद्धि जारी रहती है तो इसे एक लाख क्यूसेक से अधिक बढ़ाया जा सकता है, जिससे पौंग बांध से निचले क्षेत्रों में जागीर से लेकर मीरथल तक और पंजाब के कई गांवों में पुनः बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो जाएगी और जान माल के नुकसान होने की आशंका है. यह भी सूचना मिली है कि डैम पर से तलवाड़ा-नूरपुर जाने वाले वाहनों के आवागमन को भी फिलहाल एक घंटे के लिए रोका गया है.
विधायक ने दिए नुकसान से बचाव हेतु आवश्यक दिशा निर्देश: एसडीएम इंदौरा सुरेंद्र ठाकुर और SDM फतेहपुर ने अपने अधीन आते गांवों के लोगों को समय पर सुरक्षित स्थानों पर चले जाने और तुरंत घर खाली करने की अपील की है. प्रशासन ने लोगों के रहने खाने-पीने की व्यवस्था हेतु राहत केंद्र निर्धारित किए हुए हैं, जिनकी सूचना पहले ही सार्वजनिक की जा चुकी है. पौंग बांध में हुए अत्यधिक जलभराव और जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर होने पर इंदौरा विधानसभा क्षेत्र के विधायक मलेंद्र राजन ने डाउन स्ट्रीम एरिया के सभी पंचायत प्रतिनिधियों, राजस्व विभाग, प्रशासनिक अधिकारियों, लोक निर्माण विभाग, और पुलिस से आपात बैठक कर जान-माल के नुकसान से बचाव हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिए.
खतरे के निशान से ऊपर पहुंचा पौंग बांध का जलस्तर: बता दें कि उपमंडल इंदौरा के 17 गांवों में पौंग बांध से छोड़े गए पानी से बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हुई है. ताजा जानकारी के अनुसार पौंग बांध में पानी की आमद बढ़कर 6.80 लाख क्यूसेक हो गई है, तो वहीं, पौंग बांध का जलस्तर खतरे के निशान से 6 फीट ऊपर पहुंच गया है. एसडीएम इंदौरा सुरेंद्र ठाकुर ने बताया कि फिलहाल बांध प्रबंधन द्वारा शाम 4 बजे तक 68 हजार क्यूसेक पानी ब्यास नदी में छोड़ा गया है. पानी की आमद को देखते हुए इसे बढ़ाकर 1.50 लाख क्यूसेक तक पानी छोड़ा जा सकता है .वहीं, स्थानीय प्रशासन द्वारा उक्त गांवों को तुरंत खाली करने के निर्देश दे दिए गए हैं. वहीं प्रशासन ने 20 अलग-अलग स्थान आपात स्थिति में राहत केंद्र के रूप में चिन्हित किए हैं, जहां 1970 लोगों के रहने की व्यवस्था है.
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