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नगरोटा सूरियां में पौंग विस्थापितों ने किया प्रदर्शन, सरकार को दी आमरण अनशन की चेतावनी - himachal news

47 सालों से पौंग विस्थापितों की मांगों को अनदेखा कर रही सरकार. नगरोटा सूरियां में विस्थापितों ने किया विरोध प्रदर्शन.

पौंग विस्थापितों ने किया प्रदर्शन
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Published : Oct 28, 2019, 11:12 PM IST

कांगड़ा: नगरोटा सूरियां में सोमवार को प्रदेश पौंग बांध समिति और युवा शक्ति ने एक विशाल रैली निकाली. समिति ने बताया गया कि बीते 47 वर्षों से पौंग बांध विस्थापितों के साथ अन्याय हो रहा है. विस्थापित दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर हैं.

लोगों ने कहा कि चुनाव के समय नेताओं को विस्थापितों की याद आती है और बाद में भूल जाते हैं. समिति सदस्यों ने इस दौरान नगरोटा सूरियां बाजार में रैली निकाली और प्रदेश सरकार सहित राजस्थान सरकार के खिलाफ नारेबाजी की.

सदस्यों की मांग है कि जो प्रथम चरण में आरक्षित जमीन उन्हें दी गई थी. वही, जमीन उन्हें मिलनी चाहिए या फिर उसके स्थान पर उन्हें मुआवजा दिया जाए. समिति द्वारा घोषणा की गई कि वह शीघ्र ही डीसी आर एंड के कार्यालय का घेराव करेंगे और धरना देंगे.

वीडियो

लोगों का कहना है कि राजस्थान में पौंग बांध विस्थापितों को डराया जा रहा है. उनकी जमीनों पर अवैध तौर पर कब्जा किया जा रहा है. वहीं, अगर कोई विरोध करता है तो उसे जान से भी हाथ धोना पड़ता है. विस्थापितों ने कहा कि जिस जगह उन्हें जमीन दी गई है वो या तो रेगिस्तान है या फिर पाकिस्तान बॉर्डर के नजदीक, ऐसे में इन जमीनों का क्या फायदा.

प्रदर्शन कर रहे लोगों ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सरकार ने पौंग विस्थापितों की मांगें नहीं मानी तो वो आने वाले दिनों में अमरण अनशन पर बैठेंगे.

कांगड़ा: नगरोटा सूरियां में सोमवार को प्रदेश पौंग बांध समिति और युवा शक्ति ने एक विशाल रैली निकाली. समिति ने बताया गया कि बीते 47 वर्षों से पौंग बांध विस्थापितों के साथ अन्याय हो रहा है. विस्थापित दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर हैं.

लोगों ने कहा कि चुनाव के समय नेताओं को विस्थापितों की याद आती है और बाद में भूल जाते हैं. समिति सदस्यों ने इस दौरान नगरोटा सूरियां बाजार में रैली निकाली और प्रदेश सरकार सहित राजस्थान सरकार के खिलाफ नारेबाजी की.

सदस्यों की मांग है कि जो प्रथम चरण में आरक्षित जमीन उन्हें दी गई थी. वही, जमीन उन्हें मिलनी चाहिए या फिर उसके स्थान पर उन्हें मुआवजा दिया जाए. समिति द्वारा घोषणा की गई कि वह शीघ्र ही डीसी आर एंड के कार्यालय का घेराव करेंगे और धरना देंगे.

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लोगों का कहना है कि राजस्थान में पौंग बांध विस्थापितों को डराया जा रहा है. उनकी जमीनों पर अवैध तौर पर कब्जा किया जा रहा है. वहीं, अगर कोई विरोध करता है तो उसे जान से भी हाथ धोना पड़ता है. विस्थापितों ने कहा कि जिस जगह उन्हें जमीन दी गई है वो या तो रेगिस्तान है या फिर पाकिस्तान बॉर्डर के नजदीक, ऐसे में इन जमीनों का क्या फायदा.

प्रदर्शन कर रहे लोगों ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सरकार ने पौंग विस्थापितों की मांगें नहीं मानी तो वो आने वाले दिनों में अमरण अनशन पर बैठेंगे.

Intro:
जिला कांगड़ा के नगरोटा सूरियां में आज प्रदेश पौंग बांध  समिति तथा युवा शक्ति द्वारा एक विशाल रैली निकाली गई। समिति द्वारा बताया गया कि पिछले 47 वर्षों से पौंग बांध विस्थापितों के साथ अन्याय हो रहा है तथा विस्थापित दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं। जब भी चुनाव होते हैं तो उन्हें विस्थापितों की याद आती है और बाद में भूल जाते हैं। समिति सदस्यों ने इस दौरान नगरोटा सूरियां बाजार में रैली निकाली और प्रदेश सरकार सहित राजस्थान सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। सदस्यों की मांग है कि जो पहले प्रथम चरण में आरक्षित जमीन उन्हें दी गई थी वही भूमि उन्हें मिलनी चाहिए या फिर उसके स्थान पर उन्हें मुआवजा दिया जाए। समिति द्वारा घोषणा की गई कि वह शीघ्र ही डीसी आर एंड के कार्यालय में घेराव करेंगे और धरना देंगे तथा आने वाले चुनावों में बहिष्कार करेंगे। इसके साथ ही उन्होंने चक्का जाम करने की धमकी दी और अपने आंदोलन को तेज करने की चेतावनी भी दी। Body:विस्थापितों का कहना है कि राजस्थान में पोंग बांध विस्थापितों को राजस्थान में डराया जा रहा है, ज़मीनों पर अवैध तौर पर कब्ज़ा किया जा रहा है। वहां अगर कोई विरोध करता है तो उसे जान से भी हाथ धोना पड़ता है। विस्थापितों ने कहा कि जिस जगह उन्हें जमीन दी गई है वो या तो रेगिस्तान है या फिर पाकिस्तान बॉर्डर के नजदीक, ऐसे में इन जमीनों का क्या फायदा। विस्थापितों का कहना है कि अगर सरकार ने पोंग विस्थापितों की मांगे नही मानी तो आने वाले दिनों में ये आमरण अनशन पर बैठेंगे।
विसुअल
प्रदर्शन करते पोंग बांध विस्थापित
बाइट
संजीव, युवा समिति अध्यक्ष। Conclusion:
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