ज्वालामुखी: आईपीएच विभाग ने शहर के लोगों को 2 साल बाद पानी के बिल एक साथ थमा दिए हैं, ऐसे में पानी के बिल देखकर लोगों में कड़ा रोष देखने को मिल रहा है. लोगों को 2 साल के 2800 से 3200 रुपये तक पानी के बिल आये हैं.
आलम ये है कि ज्वालामुखी वासियों को भारी भरकम पानी का बिल एक साथ देना मुश्किल हो रहा है. आईपीएच विभाग ने बिल देने की तिथि भी 31 जुलाई निर्धारित की है और न भरने की सूरत में उपभोक्ताओं के कनेक्शन काटने की बात की है.
इस बारे में वार्ड वासियों ने कहा कि आईपीएच विभाग की तरफ से जो पानी के बिल उन्हें थमाए गए हैं वे काफी ज्यादा हैं. इसको लेकर लोगों ने आईपीएच विभाग के प्रति कड़ा रोष जताया है. लोगों ने कहा कि ग्रामीणों के पानी के बिल काफी ज्यादा आए हैं, इसलिए आईपीएच विभाग को चाहिए कि वे पानी के बिल किश्तो में लें, ताकि इससे लोगों को पैसों के कारण कोई परेशानी न झेलनी पड़े.
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लोगों का कहना है कि विभाग को साल और छह महीने बाद रूटीन में बिल देने चाहिए. अब भारी भरकम पानी के बिलों ने इनका बजट बिगाड़ कर रख दिया है. विभाग द्वारा देरी से बिल देने का खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ रहा है.
इस मामले को लेकर देहरा सब डिविजन आईपीएच विभाग के अधिशासी अभियंता राजेश कानूनगो ने कहा कि पूरे ज्वालामुखी क्षेत्र में 12 हजार कनेक्शन हैं. स्टाफ की कमी के चलते और चुनाव आचार संहिता के कारण बिल देने में देरी हुई है. जो लोग एक साथ बिल की अदायगी नहीं कर सकते वे कार्यालय में सम्पर्क कर दो किस्त में बिल जमा करवा सकते हैं.