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गौ रक्षा समिति के पदाधिकारियों की दो टूक, गौशाला नहीं खोली तो किसान नेताओं के घरों में बांधेंगे गौवंश

ज्वालामुखी में लाखों रुपये से बनी गौशाला लंबे समय से बंद है और स्थानीय लोग इसे प्रशासन के ना खोलने पर विरोध कर रहे हैं. उन्होंने प्रशासन से इसे जल्द खुलवाने की मांग की है.

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Published : Sep 12, 2019, 8:50 PM IST

people protest

ज्वालामुखी: अधबानी में बंद पड़ी गौशाला को ना खोलने को लेकर स्थानीय लोगों ने प्रदर्शन किया. स्थानीय लोगों ने गौ रक्षा समिति का गठन किया और समिति के पदाधिकारियों ने किसान नेताओं को चेतावनी दी और एसडीएम को भी 15 दिन का समय दिया.

गौशाला ना खोलने पर विरोध प्रदर्शन

समिती के पदाधिकारियों ने चेताते हुए कहा कि वे 10 से 15 गौवंश को किसान नेताओं के घरों में बांधेंगे और इसके बाद आगे इनकी देखरेख की सारी जिम्मेदारी इन नेताओं की ही होगी. वहीं, समिती के अध्यक्ष सुनील राणा ने स्थानीय विधायक रमेश धवाला से गुजारिश कि है कि वे बेसहारा पशुओं के कारण लोगों को आ रही समस्याओं को ध्यान में रखें और गौशाला को खोलने में उनका सहयोग करें.

cowshed
गौशाला

समिति के पदाधिकारियों ने स्थानीय विधायक को भी दो टूक चेतावनी दी. उन्होंने कहा कि अगर इस मामले को लेकर विधायक उनका सहयोग नहीं करना चाहते और गौशाला के विरोध में हैं तो खुल कर सामने आएं ताकि आगे की बात जनता खुद आपके सामने करे.

समिति के अध्यक्ष सुनील राणा ने कहा कि कुछ छोटे-मोटे नेता जो अपने आपको किसान बोल रहे हैं. वे इस गौशाला को खोलने के पक्ष में नहीं हैं और लगातार इसका विरोध कर रहे हैं. अब गौ रक्षा सिमिति ऐसे किसान नेताओं के घरों में पशुओं को बांध कर उन्हें मुंह तोड़ जबाब देने जा रही है.

cowshed
गौशाला

सुनील राणा ने कहा कि हाल ही समिति के बैनर तले सैकड़ों लोगों ने एक ज्ञापन पत्र एसडीएम ज्वालाजी अंकुश शर्मा को सौंपा और गौशाला को खोलने की मांग उठाई. इस मामले को लेकर एसडीएम ने उन्हें आश्वासन दिया था, लेकिन अगर 15 दिन के अंदर गौशाला को लेकर प्रशासन की ओर से कोई कारवाई नहीं की जाती है तो समिति इसे लेकर सड़कों पर उतर कर प्रदर्शन करेगी, जिसकी सारी जिम्मेदारी प्रशासन और स्थानीय विधायक की होगी.

ये भी पढे़ं - नशे को लेकर हमीरपुर की राजनीति में संग्राम, अंकुश शर्मा बोले- पूर्व कांग्रेस सरकार में फला-फूला 'काला' कारोबार

ज्वालामुखी: अधबानी में बंद पड़ी गौशाला को ना खोलने को लेकर स्थानीय लोगों ने प्रदर्शन किया. स्थानीय लोगों ने गौ रक्षा समिति का गठन किया और समिति के पदाधिकारियों ने किसान नेताओं को चेतावनी दी और एसडीएम को भी 15 दिन का समय दिया.

गौशाला ना खोलने पर विरोध प्रदर्शन

समिती के पदाधिकारियों ने चेताते हुए कहा कि वे 10 से 15 गौवंश को किसान नेताओं के घरों में बांधेंगे और इसके बाद आगे इनकी देखरेख की सारी जिम्मेदारी इन नेताओं की ही होगी. वहीं, समिती के अध्यक्ष सुनील राणा ने स्थानीय विधायक रमेश धवाला से गुजारिश कि है कि वे बेसहारा पशुओं के कारण लोगों को आ रही समस्याओं को ध्यान में रखें और गौशाला को खोलने में उनका सहयोग करें.

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गौशाला

समिति के पदाधिकारियों ने स्थानीय विधायक को भी दो टूक चेतावनी दी. उन्होंने कहा कि अगर इस मामले को लेकर विधायक उनका सहयोग नहीं करना चाहते और गौशाला के विरोध में हैं तो खुल कर सामने आएं ताकि आगे की बात जनता खुद आपके सामने करे.

समिति के अध्यक्ष सुनील राणा ने कहा कि कुछ छोटे-मोटे नेता जो अपने आपको किसान बोल रहे हैं. वे इस गौशाला को खोलने के पक्ष में नहीं हैं और लगातार इसका विरोध कर रहे हैं. अब गौ रक्षा सिमिति ऐसे किसान नेताओं के घरों में पशुओं को बांध कर उन्हें मुंह तोड़ जबाब देने जा रही है.

cowshed
गौशाला

सुनील राणा ने कहा कि हाल ही समिति के बैनर तले सैकड़ों लोगों ने एक ज्ञापन पत्र एसडीएम ज्वालाजी अंकुश शर्मा को सौंपा और गौशाला को खोलने की मांग उठाई. इस मामले को लेकर एसडीएम ने उन्हें आश्वासन दिया था, लेकिन अगर 15 दिन के अंदर गौशाला को लेकर प्रशासन की ओर से कोई कारवाई नहीं की जाती है तो समिति इसे लेकर सड़कों पर उतर कर प्रदर्शन करेगी, जिसकी सारी जिम्मेदारी प्रशासन और स्थानीय विधायक की होगी.

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Intro:अधबानी में निर्मित गौशाला खोलने को जनता के साथ आगे आएं विधायक रमेश धवाला : सुनील राणा

बोले : निर्मित गौशाला को खोलने का विरोध करने बाले किसान नेताओं के घरों में बांधेगे 10 से 15 गौवंश
गौ रक्षा सिमिति के पदाधिकारियों की कुछ किसान नेताओं को दो टूक
कहा- विरोध करने बाले किसान नेताओं के घरों में बाधेंगे भी इस तरह से गौवंश की आगे होगी सारी जिम्मेदारी इनकी, करेंगे पूरा पक्का काम
गौ रक्षा सिमिति का गठन, सुनील राणा को सौंपी गई अध्य्क्ष पद की कमानBody:
ज्वालामुखी, 12 सितम्बर (नितेश): अधबानी में बन्द पड़ी निर्मित गौशाला को खोलने का विरोध करने बाले किसान नेताओं के घरों में गौ रक्षा सिमिति के पदधिकारी 10 से 15 गौवंश इनके घरों में बाधेंगे। गौ रक्षा समिति के पदाधिकारियों ने यहां कुछ किसान नेताओं को दो टूक चेतावनी देते हुए कहा कि सिमिति इन नेताओं के घरों में गौवंश इस तरह से बांधेंगी की आगे इनकी देखरेख की सारी जिम्मेदारी इन नेताओं की ही होगी। इसके साथ ही सुनील राणा ने स्थानीय विधायक रमेश धवाला से गुजारिश है कि वह आवारा पशुओं के चलते लोगों की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए लोगों के समर्थन में आगे आए ओर गौशाला को खोलने में उनका सहयोग करें। वहीं समिति के पदाधिकारियों ने यहां दो टूक शब्दों में स्थानीय विधायक को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि यदि इस मामले को लेकर स्थानीय भाजपा विधायक गौशाला को लेकर लोगों का सहयोग नही करना चाहते ओर वह भी इस गौशाला के विरोध में है तो खुल कर सामने आए, ताकि आगे की बात जनता खुद आपके समक्ष रख सके।
वहीं क्षेत्र के लोगों की ओर से गौ रक्षा सिमिति की कमेटी का एक गठन किया गया। इसमें समिति के अध्य्क्ष पद की कमान सुनील राणा को सौंपी गई, जबकी उपाद्यक्ष में बाबू राम, रोशन लाल व कश्मीर सिंह शामिल है। इसके अलावा गौ रक्षा सिमिति का सचिव जगदीश लाल व कोषाध्यक्ष किशन चंद को बनाया गया है। इसके अतिरिक्त सदस्य में अरविंद चौधरी, मोहिन्दर सिंह, आँचल सिंह, सुभाष चंद, विजय कुमार, संसार चंद, बीना देवी व मोहाली राम शामिल है।
सिमिति के अध्य्क्ष सुनील राणा ने कहा कि कुछ छोटे मोटे नेता जो अपने आपको किसान बोल रहे है वह इस गौशाला को खोलने के पक्ष में नही है और लगातार इसका विरोध कर रहे है। राणा ने कहा कि अब गौ रक्षा सिमिति ऐसे किसान नेताओं के घरों में पशुओं को बांध कर उन्हें मुंह तोड़ जबाब देने जा रही है, ताकि भविष्य में गौवंश के नाम पर राजनीति न की जाए। राणा ने अधबानी में निर्मित पिछले 2 वर्षों से उदघाटन हो चुकी गौशाला का उदाहरण देते हुए आरोप लगाया कि इस गौशाला के नाम पर राजनीति की जा रही है, जिसे लेकर अब लोग चुप नही बैठेंगे। उन्होंने स्थानीय भाजपा विधायक पर निशाना साधते हुए कहा कि कई बार गौशाला का मुद्दा विधायक के पास रखने के बाबजूद इस पर कोई कार्रवायी नही हो रही है। उन्होंने कहा कि आवारा पशुओं के आंतक की बजह से क्षेत्र के 150 के लगभग परिवार खेती करना छोड़ गए है। आवारा पशुओं द्वारा फसलों को पहुंच रहे नुकसान के चलते ओर भी लोग अब खेती से मुह मोड़ रहे है। आलम ये है कि जिन लोगों के घरों में पहले कविंटलो में अनाज होता था अब वह उल्टा अनाज बाज़ारों से खरीद कर अपना गुजर बसेरा कर रहे है।


एस डी एम की कार्रवायी का इंतज़ार
सुनील राणा ने कहा कि हाल ही सीमित के बैनर तले सैंकड़ो लोगों ने एक ज्ञापन पत्र एस डी एम ज्वालाजी अंकुश शर्मा को सौंपा था, जिसमें अधबानी में बन्द पड़ी मिर्मित गौशाला को खोलने की मांग उठाई गई थी। राणा का कहना है कि इस मामले को लेकर एस डी एम ने उन्हें आश्वासन दिया था साथ ही इस मामले को लेकर 15 दिन का समय दिया था। राणा ने कहा कि 15 दिन का अंतराल खत्म होने के बाद यदि गौशाला को लेकर कोई कारवाई प्रसाशन की ओर से नही की जाती है तो समिति इसे लेकर सडकों पर उतर कर प्रदर्शन करेगी, जिसकी सारी जिम्मेदारी प्रसाशन व स्थानीय विधायक महोदय की होगी।


देरी का कारण क्या है स्पष्ट करें विधायक व प्रसाशन
सुनील राणा ने कहा कि आवारा पशुओं को संरक्षण के बड़े-बड़े दावे जहां प्रदेश सरकार कर रही है वहीं ज्वालामुखी में यह दावे धरातल पर क्यों नहीं दिख रहे हैं। सभी ने आरोप लगाया कि स्थानीय विधायक और प्रशासन के अधिकारी क्यों गौशाला को खोलने के लिए प्रयासरत नहीं है। देरी का कारण क्या है स्पष्ट करें। लोगों का आरोप है कि चुनावी मेले में वोट मांगने के टाइम पर विधायक महोदय ने आवारा पशुओं से निजात दिलाई जाएगी ये कहकर बड़े बड़े दावे किए थे, लेकिन अब सारे दावे खोखले नज़र आ रहे है। गौशाला बनकर तैयार है लेकिन यहां एक भी पशु नही है, जबकि 100 पशुओं को रखने के क्षमता इस गौशाला में है। आलम ये है कि सड़कों पर आवारा पशु घूम रहे है, जो किसानों की फसलों को तो बर्बाद कर ही रहे है, साथ ही दुर्घटनाओं का भी कारण बन रहे है।
फोटोकैप्शन
1. ज्वालामुखी : आवारा पशुओं से परेशान लोग अधबानी में बन्द पड़ी निर्मित गौशाला को खोलने को लेकर आगामी रणनीति बनाते हुए। नितेश

Conclusion:
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