नूरपुर: विधानसभा के ग्राम पंचायत रिट वार्ड तीन मुहल्ला दुधार के समस्त गांववासियों ने आगामी पंचायती चुनावों का बहिष्कार का निर्णय लिया है. गांववासियों ने रोष प्रकट किया और सरकार व प्रधान को इसका जिम्मेदार बताया.
रिट पंचायत के दुधार गांव की रुचि पठानिया ने कहा कि हमारा छोटा सा गांव जो पिछले 70 सालों से बदहाल रास्ते के चलते शर्म महसूस कर रहा है. आज हमारे प्रधानमंत्री मोदी स्वच्छ भारत, मेक इन इंडिया, ग्लोबल इंडिया की बात करते हैं. क्या इस तरह के खराब खस्ता हालत के रास्तों में कैसे संभव हो सकता है.
'हमारा कोई काम ही नहीं करते तो वोट डाल कर क्या फायदा'
रुचि पठानिया ने कहा कि हम पिछले तीन सालों से लगातार पंचायत प्रधान, एमएलए जो अब कैबिनेट मंत्री हैं से इस खस्ता रास्ते को ठीक करने की मांग कर रहे हैं पर किसी ने भी हमारी इस समस्या के बारे में सोचा नहीं न ही कोई हल किया है. इसलिए हम सब गांव वासियों वार्ड 3 के लोगों ने मिलकर निर्णय लिया है कि हम इस बार पंचायत चुनाव का वोट नहीं डालेंगे, क्योंकि जब वह हमारा कोई काम ही नहीं करते तो उन्हें वोट डाल कर क्या फायदा.
पंचायत के वार्ड 3 बुजुर्ग निवासी रण सिंह ने कहा कि यहां रास्ते की इतनी खस्ता हालत है कि हम जैसे बुजुर्गों का चलना भी मुश्किल हो गया है 70 सालों से सिर्फ एक बार इस रास्ते का थोड़ा काम हुआ है. हमने मुख्यमंत्री हेल्प लाइन पर कई बार शिकायत की है पर किसी ने भी कोई सुनवाई नहीं की है.तो इस हेल्प लाइन का क्या फायदा है.
'छोटी-छोटी समस्याओं की तरफ ध्यान दें'
वार्ड नंबर 3 के रहने वाले युवा ने कहा कि आज तक ना हमारे पंचायत प्रधान ना ही हमारे विधायक जो अभी कैबिनेट मंत्री हैं इस समस्या की तरफ ध्यान दिया और हम मुख्यमंत्री से भी अपील करते है कि इन छोटी छोटी समस्याओं की तरफ ध्यान दें.
जिस तरह प्रधानमंत्री मोदी कहते हैं कि भारत हर चीजों में आगे जाए पर ऐसी हालत रही तो कैसे जाएगा. जब सरकारें सब जगह हिमाचल में विकास की बड़ी बड़ी बाते कर रही हैं तो यहां आ कर या हमारे जैसे ओर भी कई गांव हो सकते हैं वहां जा कर देखें विकास कहा है. इसके चलते हम सब ने मिलकर एक मुहिम चलाई है कि हम वोट नहीं करेंगे हम पंचायत चुनावों यहां तक कि एमएलए के चुनावों को भी बहिष्कार करेंगे.