ETV Bharat / state

मैंगलोर में चक्रवाती तूफान के बाद लापता हुआ कांगड़ा का पवन, परिवार का रो-रोकर बुरा हाल - pawan katoch of kangra

कांगड़ा जिले के धर्मशाला में झिकड़ गांव है. इस गांव के कटोच परिवार का बेटा पवन कर्नाटक के मैंगलोर में काम कर रहा था. पवन अंडर वॉटर सर्विसिज लिमिटेड कंपनी में कार्यरत है. कंपनी ने चक्रवात तूफान तौकते की चेतावनी होने के बावजूद पवन को काम के लिए समुद्र में भेज दिया. बताया जा रहा है कि काम से वापसी के दौरान पवन की नाव पलट गई. तब से पवन की कोई जानकारी नहीं मिल पाई है.

Photo
फोटो
author img

By

Published : May 21, 2021, 11:01 PM IST

धर्मशाला: झिकड़ गांव का कटोच परिवार अपने बेटे की राह तक रहा है. पूरे परिवार को अपने बेटे की एक जानकारी का इंतजार है. दरअसल कटोच परिवार का बेटा पवन कर्नाटक के मैंगलोर में अपनी ड्यूटी दे रहा था. पवन अंडर वॉटर सर्विसिज लिमिटेड कंपनी में कार्यरत है. चक्रवात तूफान के दौरान पवन को ड्यूटी के लिए समुद्र में भेजा गया था. वापसी के दौरान पवन जिस नाव में सवार था, वह डूब गई. उस दिन के बाद से अबतक पवन की कोई जानकारी नहीं मिल पाई है.

पवन की कंपनी पर लापरवाही का आरोप

पवन कटोच के परिवार का कहना है कि जब सरकार की ओर से पहले ही चक्रवाती तूफान की चेतावनी जारी कर दी गई थी तो फिर कंपनी ने उनके बेटे को ड्यूटी देने के लिए समुद्र में क्यों भेजा. परिवार का आरोप है कि पवन के लापता होने के बाद भी कंपनी की ओर से उन्हें कोई जानकारी नहीं दी गई.

केंद्र और प्रदश सरकार से मदद की अपील

पवन के परिवार ने अपने बेटे का पता लगाने के लिए केंद्र और प्रदेश सरकार से मदद की गुहार लगाई है. पवन के पिता और चाचा का कहना है कि उनकी ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को सूचित किया गया है. वह उनसे यही अपील करते हैं कि जल्द से जल्द उनके बेटे का पता लगाया जाए.

मदद नहीं मिली तो लेंगे कानून का सहारा

पवन के भाई का कहना है कि इस तरह की लापरवाही के लिए कंपनी के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए. उनकी सरकार से यही मांग है कि कंपनी के खिलाफ जल्द से जल्द एक्शन लिया जाए. पवन के भाई ने कहा कि अगर सरकार की ओर से कोई मदद नहीं मिलती है तो उन्हें कानून का सहारा लेना पड़ेगा.

पवन की मां और पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल

पवन की मां बताती हैं कि उनकी बात पवन से 14 मई को हुई थी. उस दिन वह ठीक था, लेकिन उस दिन के बाद से उनकी अपने बेटे से कोई बात नहीं हुई और न ही कोई जानकारी मिली. पवन की पत्नी ने सरकार से मांग की है कि जल्द से जल्द उनके पति को ढूंढा जाए. पवनी की मां और पत्नी की रो-रोकर बुरा हाल है. बता दें पवन के दो बेटे हैं जिसमें से एक 7 साल का है और दूसरा 5 साल का.

ये भी पढ़ें: वीरभद्र और विक्रमादित्य सिंह ने भेजी राहत सामग्री, कोरोना संक्रमित की मौत पर परिवार को देंगे 15000

धर्मशाला: झिकड़ गांव का कटोच परिवार अपने बेटे की राह तक रहा है. पूरे परिवार को अपने बेटे की एक जानकारी का इंतजार है. दरअसल कटोच परिवार का बेटा पवन कर्नाटक के मैंगलोर में अपनी ड्यूटी दे रहा था. पवन अंडर वॉटर सर्विसिज लिमिटेड कंपनी में कार्यरत है. चक्रवात तूफान के दौरान पवन को ड्यूटी के लिए समुद्र में भेजा गया था. वापसी के दौरान पवन जिस नाव में सवार था, वह डूब गई. उस दिन के बाद से अबतक पवन की कोई जानकारी नहीं मिल पाई है.

पवन की कंपनी पर लापरवाही का आरोप

पवन कटोच के परिवार का कहना है कि जब सरकार की ओर से पहले ही चक्रवाती तूफान की चेतावनी जारी कर दी गई थी तो फिर कंपनी ने उनके बेटे को ड्यूटी देने के लिए समुद्र में क्यों भेजा. परिवार का आरोप है कि पवन के लापता होने के बाद भी कंपनी की ओर से उन्हें कोई जानकारी नहीं दी गई.

केंद्र और प्रदश सरकार से मदद की अपील

पवन के परिवार ने अपने बेटे का पता लगाने के लिए केंद्र और प्रदेश सरकार से मदद की गुहार लगाई है. पवन के पिता और चाचा का कहना है कि उनकी ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को सूचित किया गया है. वह उनसे यही अपील करते हैं कि जल्द से जल्द उनके बेटे का पता लगाया जाए.

मदद नहीं मिली तो लेंगे कानून का सहारा

पवन के भाई का कहना है कि इस तरह की लापरवाही के लिए कंपनी के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए. उनकी सरकार से यही मांग है कि कंपनी के खिलाफ जल्द से जल्द एक्शन लिया जाए. पवन के भाई ने कहा कि अगर सरकार की ओर से कोई मदद नहीं मिलती है तो उन्हें कानून का सहारा लेना पड़ेगा.

पवन की मां और पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल

पवन की मां बताती हैं कि उनकी बात पवन से 14 मई को हुई थी. उस दिन वह ठीक था, लेकिन उस दिन के बाद से उनकी अपने बेटे से कोई बात नहीं हुई और न ही कोई जानकारी मिली. पवन की पत्नी ने सरकार से मांग की है कि जल्द से जल्द उनके पति को ढूंढा जाए. पवनी की मां और पत्नी की रो-रोकर बुरा हाल है. बता दें पवन के दो बेटे हैं जिसमें से एक 7 साल का है और दूसरा 5 साल का.

ये भी पढ़ें: वीरभद्र और विक्रमादित्य सिंह ने भेजी राहत सामग्री, कोरोना संक्रमित की मौत पर परिवार को देंगे 15000

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.