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एक देश एक चुनाव बेहतर, इससे होगा देश का विकास: शांता कुमार

पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक देश एक चुनाव का सुझाव महत्वपूर्ण है. भारत की आज की स्थिति में ये कदम आवश्यक और लाभदायक है. पूर्व सांसद ने राजनीतिक दलों से इस सुझाव को जल्द स्वीकार करने की अपील की है.

शांता कुमार, पूर्व सांसद
शांता कुमार, पूर्व सांसद
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Published : Nov 27, 2020, 9:08 PM IST

पालमपुर: हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक देश एक चुनाव का सुझाव महत्वपूर्ण है. भारत की आज की स्थिति में ये कदम आवश्यक और लाभदायक है.

पूर्व सांसद ने राजनीतिक दलों से इस सुझाव को जल्द स्वीकार करने की अपील की है. उन्होंने कहा कि इससे धन की बचत होगी. विधानसभा और लोकसभा का चुनाव पूरे देश में एक बार होने से अरबों रुपयों की बचत होगी.

भारत में विधानसभा और लोकसभा चुनाव ही अलग-अलग नहीं होते. अलग-अलग समय पर विधानसभाओं के उप-चुनाव भी होते रहते हैं. इन चुनावों पर इतना अधिक खर्च होता है जो भारत के विकास की दृष्टि से सही नहीं है. उन्होंने कहा कि कोरोना संकट के कारण देश भयंकर आर्थिक संकट में है.

इस दृष्टि से यह निर्णय करके करोड़ों रुपये बचाना समय की सबसे बड़ी मांग को पूरा करना होगा. शांता कुमार ने कहा ने कहा कि आज भारत में पूरे 5 साल राष्ट्रीय राजनीती चुनाव के मूड में ही रहती है. विकास का मूड बहुत कम बनता है. अभी बिहार का चुनाव समाप्त हुआ है. इसके बाद बंगाल के चुनाव की तैयारी शुरू हो गई है.

सभी दलों के राष्ट्रीय नेता इस तरह से चुनावों में ही उलझे रहते हैं. शांता कुमार ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बीहारी बाजपेयी के समय इस विषय पर गंभीरता से विचार किया गया था.

पालमपुर: हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक देश एक चुनाव का सुझाव महत्वपूर्ण है. भारत की आज की स्थिति में ये कदम आवश्यक और लाभदायक है.

पूर्व सांसद ने राजनीतिक दलों से इस सुझाव को जल्द स्वीकार करने की अपील की है. उन्होंने कहा कि इससे धन की बचत होगी. विधानसभा और लोकसभा का चुनाव पूरे देश में एक बार होने से अरबों रुपयों की बचत होगी.

भारत में विधानसभा और लोकसभा चुनाव ही अलग-अलग नहीं होते. अलग-अलग समय पर विधानसभाओं के उप-चुनाव भी होते रहते हैं. इन चुनावों पर इतना अधिक खर्च होता है जो भारत के विकास की दृष्टि से सही नहीं है. उन्होंने कहा कि कोरोना संकट के कारण देश भयंकर आर्थिक संकट में है.

इस दृष्टि से यह निर्णय करके करोड़ों रुपये बचाना समय की सबसे बड़ी मांग को पूरा करना होगा. शांता कुमार ने कहा ने कहा कि आज भारत में पूरे 5 साल राष्ट्रीय राजनीती चुनाव के मूड में ही रहती है. विकास का मूड बहुत कम बनता है. अभी बिहार का चुनाव समाप्त हुआ है. इसके बाद बंगाल के चुनाव की तैयारी शुरू हो गई है.

सभी दलों के राष्ट्रीय नेता इस तरह से चुनावों में ही उलझे रहते हैं. शांता कुमार ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बीहारी बाजपेयी के समय इस विषय पर गंभीरता से विचार किया गया था.

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