धर्मशाला: नर्सिंग छात्राओं को प्रमोट करने या फिर उनके एग्जाम ऑनलाइन संचालित करने की मांग एनएसयूआई ने प्रदेश सरकार से की है. एनएसयूआई के प्रदेश सचिव रजत राणा व महासचिव अमर कुमार और क्षेत्रीय केंद्र धर्मशाला अध्यक्ष दिनेश कुमार ने संयुक्त प्रेसवार्ता में कहा कि प्रदेश की हजारों नर्सिंग छात्राओं को प्रदेश सरकार और प्रशासन द्वारा करोना महामारी जब पुन: चरम पर पहुंच रही है तब परीक्षाएं देने के लिए बाध्य किया जा रहा है.
स्वास्थ्य के क्षेत्र में नर्सिंग अपनी अहम भूमिका निभाने के लिए जाना जाता है. किन्तु आज इन छात्राओं को हॉस्टल, बस, मेस का इस्तेमाल न करने पर भी फीस चुकानी पड़ रही है. छात्राओं पर डाले जा रहे अतिरिक्त बोझ के चलते उनके परिवारों को मानसिक रूप से परेशानी हो रही है.
इस अवसर पर उपस्थित नर्सिंग छात्राओं ने कहा कि प्रदेश सरकार ने अनेकों छात्रों को कोरोना के समय अगली कक्षा में प्रमोट कर दिया. कई टेक्निकल विषयों के छात्रों को भी प्रमोट किया गया परंतु नर्सिंग की छात्राओं को इस लाभ से वंचित रखा जा रहा है.
एनएसयूआई प्रदेश महासचिव अमर कुमार ने कहा कि यदि राज्य सरकार नर्सिंग कॉलेजों द्वारा वसूली जा रही मनमानी फीस पर लगाम लगाए साथ ही नर्सिंग छात्राओं को प्रमोट किया जाए.